हल्द्वानी: केवीएम स्कूल प्रबंधन पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज
हल्द्वानी, अमृत विचार। बरेली के फन सिटी में हुई अंजलि की मौत के मामले में अंजलि के पिता राजेंद्र ने उसकी इरादत हत्या करने का आरोप लगाते हुए मुखानी पुलिस को तहरीर सौंपी। साथ ही उसके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करने की मांग की, जहां यह घटना हुई। मुखानी पुलिस तहरीर के आधार पर केवीएम स्कूल प्रबंधन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। राजेंद्र ने स्कूल प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। शुक्रवार को अंजलि के शव का पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया।
नैनी व्यू कालोनी जय सिंह भगवानपुर मुखानी निवासी राजेंद्र रावत आर्मी में नायब सूबेदार हैं। उनकी बेटी अंजलि हीरानगर स्थित केवीएम स्कूल में 12वीं की छात्रा थी। चिल्ड्रेस डे के मौके पर स्कूल प्रबंधन बच्चों को बरेली स्थित फन सिटी टूर पर ले गया था, जिसमें अंजलि भी शामिल थी। फन सिटी में अंजलि की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। जिसके बाद स्कूल प्रबंधन निजी एंबुलेंस से अंजलि के शव को लेकर उसके घर पहुंचा।
शुक्रवार को अंजलि के शव का पोस्टमार्टम कराया गया, जिसके बाद अंजलि के पिता राजेंद्र ने मुखानी पुलिस को स्कूल प्रबंधन के खिलाफ तहरीर दी। हालांकि तहरीर में किसी को नामजद नहीं किया गया। तहरीर में उन्होंने जिस स्थान पर घटना हुई, उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
बड़ी बात यह है कि राजेंद्र ने अंजलि की इरादतन हत्या की बात कही है, जबकि पुलिस ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। मुखानी थानाध्यक्ष विजय मेहता ने बताया कि तहरीर के आधार पर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ बीएनएस की धारा 105 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। परिजनों ने घटना स्थल का खुलासा नहीं किया है। मामले की प्राथमिक जांच एसआई बीरेंद्र बिष्ट को सौंपी गई है।
जीरो एफआईआर, आगे की जांच करेगी बरेली पुलिस
अंजलि की मौत बरेली में हुई, लेकिन मौत फन सिटी में ही गई थी या फन सिटी से ले जाने के बाद उसकी मौत हुई, इस पर संशय है। राजेंद्र की तहरीर पर मुखानी पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर प्राथमिक जांच शुरू कर दी है। मुखानी थानाध्यक्ष विजय मेहता का कहना है कि प्राथमिक जांच के बाद मुकदमा बरेली के इज्जतनगर थाने को ट्रांसफर किया जाएगा। जिसके बाद पूरे मामले की जांच बरेली में ही होगी। बरेली पुलिस की जांच में ही यह साफ होगा कि अंजलि की मौत घटना स्थल पर हुई या फिर कहीं और।
पिता ने तहरीर में खड़े किए अहम सवाल
- चिल्ड्रेंस डे मनाने के लिए स्कूल वाले बेटी को ले गए थे टूर पर
- उनकी बेटी पूरी तरह स्वस्थ थी और उसे किसी तरह की बीमारी नहीं थी
- 14 नवंबर की दोपहर सवा 12 बजे स्कूल टीचर ने उनकी पत्नी सरिता को फोन किया और बताया कि अंजलि बेहोश हो गई है।
- टीचर बोली, अंजलि को अस्पताल में दिखाया है और अब उसे वापस हल्द्वानी उनके घर ला रहे हैं।
- अंजलि जिन कपड़ों में घर से निकली थी, वह उसके तन पर नहीं थे।
- स्कूल प्रबंधन ने किसी प्रकार की मानवीय और हॉस्पिटल संबंधी मदद नहीं की।
- घटना होने के बाद भी स्कूल टूर यथावत चलता रहा।
- स्कूल प्रबंधन बिना किसी हॉस्पिटल और बिना किसी वैध डाक्टर की अनुमति के अंजलि को प्राइवेट एंबुलेंस लेकर घर पहुंचा।
मां बदहवास, चाचा ने दी मुखाग्नि
घटना का पता लगने के बाद से ही अंजलि का परिवार सदमे में है। मां को इतना गहरा सदमा लगा कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। पिता भी बेटी की मौत को सच नहीं मान पा रहे हैं। पूरे मोहल्ले में मातमी सन्नाटा है और अंजलि के घर में चीख-पुकार मची है। लोग रोते-बिलखते परिजनों को हर समय सांत्वना देते रहे हैं, लेकिन आंसू नहीं थमे। इधर, शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद अंजलि के शव को चित्रशिला घाट ले जाया गया, जहां चाचा ने चिता को मुखाग्नि दी।
रविवार को सामने आएगी मौत की असल वजह
अंजलि स्कूल के करीब 250 बच्चों के साथ फन सिटी गई थी। स्कूल प्रबंधन का कहना था कि वह अचानक बेहोश होकर स्वीमिंग पूल में गिर गई थी। जबकि गुरुवार को परिजनों का कहना था कि उनकी साथ गए बच्चों से बात हुई थी, उन्होंने कुछ और ही कहानी बताई थी। तमाम सवालों के बीच शुक्रवार को पोस्टमार्टम हुआ, लेकिन मौत की वजह अभी साफ नहीं हुई। पुलिस का कहना है कि दो दिन बाद (रविवार) को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की सही वजह सामने आएगी।
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