लखीमपुर खीरी : व्हाट्सएप चैटिंग की जांच हुई तो फंसेंगे कई अफसर 

रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार लेखपाल का मामला  

लखीमपुर खीरी : व्हाट्सएप चैटिंग की जांच हुई तो फंसेंगे कई अफसर 

निघासन, लखीमपुर खीरी, अमृत विचार । भौतिक सत्यापन में 50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किए गए सिंगाही (भेड़ौरा) के लेखपाल का मोबाइल भी एंटी करप्शन टीम के कब्जे में है। सूत्र बताते हैं कि रिश्वत को लेकर लेखपाल और तहसील के कुछ अफसरों की व्हाट्सएप चैटिंग है। इसको लेकर तहसील के अफसरों में भी खलबली मची हुई है। दावा किया जा रहा है कि टीम ने यदि सही ढंग से जांच की तो तहसील के कई अफसरों की गर्दन भी फंस सकती है। आरोपी लेखपाल जगदीश प्रसाद को 26 नवंबर तक की रिमांड पर टीम पूछताछ कर रही है। 


एंटी करप्शन टीम ने मंगलवार को निघासन स्थित उप निबंधक कार्यालय के निकट किराए के मकान में रह रहे सिंगाही (भेड़ौरा) के लेखपाल जगदीश प्रसाद को 50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया था। सिंगाही थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद टीम उसे लेकर लखनऊ चली गई थी। टीम ने 26 नवंबर तक की रिमांड पर उसे लेकर पूछताछ कर रही है। लेखपाल जगदीश के मोबाइल फोन में व्हाट्सएप चैटिंग भी टीम के हाथ लगने का दावा किया जा रहा है। बताते हैं कि चैटिंग में निघासन के दो बड़े अफसरों से लेनदेन को लेकर चैटिंग सामने आई है। यह चैटिंग सिंगाही स्थित राजा प्रताप इंटर कॉलेज निर्माण के भौतिक सत्यापन को लेकर कमीशन की है। खास बात यह है कि राजा विक्रम सिंह इंटर कॉलेज के प्रबंधक शिकायतकर्ता  संजय तिवारी ने अफसरों का जिक्र तो किया है, लेकिन उनका नाम नहीं खोला है। एसडीएम राजीव निगम ने बताया कि इस बारे में उन्हें जानकारी नहीं है, जिससे भी बात हुई होगी। उसके खिलाफ तथ्य सामने आएंगे। तहसीलदार भीमचंद ने बताया अब कौन अधिकारी है, यह जानकारी तो एंटी करप्शन टीम ही बता सकती है। जब एफआईआर दर्ज हुई तो जांच, पूछताछ भी होगी, जो दोषी होगा। उसका नाम भी सामने आ जाएगा।