बरेली: लोन की शौकीन टीचर दीदी नपेगी, डीआईओएस ने कॉलेज प्रबंधक से कार्रवाई को कहा
विभागीय जांच में शिक्षिका दोषी, बैंक अधिकारियों व विभाग को भी किया गुमराह
बरेली, अमृत विचार। दो पैन (परमानेंट अकाउंट नंबर) कार्ड से अनाधिकृत रुप से करोड़ों का लोन लेने वाली शिक्षिका वंदना वर्मा के खिलाफ जिला विद्यालय निरीक्षक ने सोमवार को एमबी इंटर कॉलेज के प्रबंधक को पत्र लिखकर अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। शिक्षिका की जालसाजी के संबंध में करीब दो माह पूर्व जिलाधिकारी और डीआईओएस को पत्र देकर शिकायत हुई थी। इस मामले में विभागीय जांच में शिक्षिका पर लगाए गए आरोपों में वह दोषी पाई गई है।
411 पन्नों की फाइल में शिक्षिका की जालसाजी
शिक्षिका की जालसाजी की शिकायत पर इसकी जांच के लिए इनायतपुर राजकीय इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य कुसुमलता को जांच अधिकारी नामित किया गया था। 411 पन्नों की फाइल में साक्ष्यों सहित पूरी जांच रिपोर्ट उन्होंने डीआईओएस को सौंपी थी। शिक्षिका के पास एक अधिकृत पैन कार्ड के अलावा एक और पैन कार्ड अनाधिकृत रुप से उपयोग अभी तक किया जा रहा है। दोनों पैन कार्ड के जरिए यूपी सहित उत्तराखंड के गदरपुर के बैंक से भी लोन लिया गया है।
अपने परिचितों को गुमराह कर लिया लोन
इसके अलावा जालसाज शिक्षिका ने अपने परिचितों को भी गुमराह कर लाखों रुपये का लोन लिया है। रिपोर्ट के मुताबिक लोन के इस खेल में शिक्षिका वंदना के अलावा उसका करीबी अर्जुन और उसकी बहन भी शामिल हैं। दोनो भाई - बहनों ने गदरपुर के बैंक में वंदना की सहमति पर उसके दस्तावेजों में फेर बदल कर 20-24 लाख का लोन ले रखा है। बल्कि बैंक में जमा दस्तावेजों में यह बताया गया है कि रेखा एमबी इंटर कॉलेज में बतौर शिक्षक कार्यरत है।
प्रधानाचार्य के किए फर्जी हस्ताक्षर
जांच में यह भी सामने आया है अर्जुन और रेखा ने पैन नंबर एमबी कॉलेज कॉलेज का ही दर्ज किया है। इसके अलावा रिपोर्ट के मुताबिक तमाम बैंकों के प्रबंधक, एलडीएम (लीड डिस्ट्रिक मैनेजर), संभागीय परिवहन अधिकारी और शिकायतकर्ता के दिए सभी दस्तावेजी साक्ष्यों के आधार पर शिक्षिका के दो पैन कार्ड बनवाने और उनके इस्तेमाल से तमाम बैंकों से लोन लेना प्रमाणित हुआ है। प्रधानाचार्य ने भी जांच अधिकारी को पत्र देकर बताया है कि शिक्षिका ने स्वयं अपना वेतन प्रमाण पत्र विद्यालय के प्रधानाचार्य के फर्जी हस्ताक्षर से बनाया और स्वहस्ताक्षरित माफीनामा भी प्रधानाचार्य को सौंप दिया है।
जांच शिक्षिका के खिलाफ मिले कई साक्ष्य
जिला विद्यालय निरीक्षक देवकी सिंह ने बताया कि शिक्षिका के खिलाफ कराई गई विभागीय जांच में वह दोषी पाई गई हैं। शिक्षिका के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई को लेकर एमबी इंटर कॉलेज के प्रबंधक को जांच रिपोर्ट के साथ पत्र लिखा गया है। जांच अधिकारी कुसुम लता ने बताया कि जांच के दौरान शिक्षिका के खिलाफ कई गंभीर साक्ष्य मिले हैं। रिपोर्ट में शिक्षिका के खिलाफ शिक्षक की गरिमा के खिलाफ काम करने और तमाम जालसाजी जैसे कृत्यों में शामिल होने की पुष्टि की गई है।