शबाबुल हत्याकांड : मां के उकसाने पर नाबालिग बेटे ने की थी उप प्रधानाचार्य की हत्या, बोला- मुझे उसकी मौत का अफसोस नहीं

शबाबुल हत्याकांड : मां के उकसाने पर नाबालिग बेटे ने की थी उप प्रधानाचार्य की हत्या, बोला- मुझे उसकी मौत का अफसोस नहीं

उप प्रधानाचार्य की हत्या में गिरफ्तार आरोपी।

मुरादाबाद, अमृत विचार। उप प्रधानाचार्य की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्याकांड को अंजाम देने वाला नाबालिग निकला। नाबालिग ने भाई की मौत का बदला लेने के लिए मां के उकसाने पर दोस्त से बाइक चलवाई और खुद गोली मारकर पैदल जा रहे उप प्रधानाचार्य की हत्या कर दी। बुधवार को पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए वारदात की साजिश रचने वाली महिला, उसके 2 बेटों और नाबालिग के दोस्त को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।

थाना मझोला के लाकड़ी फाजलपुर निवासी शबाबुल आलम (28) रोजाना की तरह बीते मंगलवार की सुबह घर से लगभग 200 मीटर दूर स्थित स्कूल के लिए पैदल जा रहे थे। तभी पीछे से बाइक सवार दो युवक आ गए, उनमें से पीछे बैठे युवक ने तमंचा निकाल कर शबाबुल के सिर में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई थी। हत्या की सूचना के बाद एसएसपी सतपाल अंतिल, एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह, सीओ अर्पित कपूर समेत अन्य अधिकारियों ने घटना स्थल का निरीक्षण किया था और फॉरेंसिक विभाग की फील्ड यूनिट से घटना स्थल पर जांच पड़ताल कराई थी।

इस मामले में मृतक के भाई रियाजुद्दीन की तहरीर पर पुलिस ने दो नामजद आरोपी शिवम राघव और नाबालिग भाई के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। जांच पड़ताल के दौरान शुरुआती पूछताछ में पुलिस को यकीन ही नहीं हुआ कि उप प्रधानाचार्य को गोली मारने वाला हत्यारोपी महानगर के नामी स्कूल का 10वीं का छात्र निकलेगा।

बुधवार को पुलिस लाइन में हुई प्रेसवार्ता में एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि लाकड़ी फाजलपुर निवासी शबाबुल आलम की हत्या में बुधवार को थाना मझोला क्षेत्र की आफत नगरी निवासी कविता, उसके बेटे शिवम राघव, दूसरे नाबालिग बेटे और बेटे के दोस्त हर्ष चौधरी निवासी एकता कॉलोनी थाना मझोला को गिरफ्तार किया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी कविता ने बताया कि उसका छोटा बेटा प्रिंस राघव श्री साईं विद्या मंदिर स्कूल में दसवीं कक्षा में पढ़ता था। 13 फरवरी को उसने स्कूल में वाइस प्रिंसिपल शबाबुल को एक महिला टीचर के साथ बातचीत करते देख लिया था।

इससे गुस्साए शबाबुल और महिला टीचर ने उसकी पिटाई कर दी थी। जिससे परेशान होकर बेटे ने आत्महत्या कर ली थी। वह अपने बेटे की मौत का बदला लेने के लिए शबाबुल को सजा दिलाना चाहती थी, लेकिन उसकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही थी। जिसके बाद उसने अपने दोनों बेटों को उकसाया और शबाबुल की हत्या की साजिश रची। महिला ने अपने दोनों बेटे और उनके दोस्त हर्ष के साथ मिलकर हत्याकांड की साजिश रची। घटना वाले दिन दोनों बेटे अपने दोस्त को लेकर लाकड़ी फाजलपुर पहुंच गए थे।

शिवम की बाइक को हर्ष चला रहा था। इसी दौरान स्कूल के पास आकर बाइक पर पीछे बैठे महिला के नाबालिग बेटे ने शबाबुल के सिर में गोली मार दी थी। इसके बाद दोनों वहां से भाग गए और घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर खड़े शिवम को बाइक पर बैठाकर फरार हो गए थे। पुलिस ने कविता, उसके बेटे शिवम, दोस्त हर्ष व नाबालिग बेटे को गिरफ्तार कर लिया। जिनके पास से एक तमंचा, कारतूस, घटना में इस्तेमाल की गई बाइक व 5 मोबाइल बरामद किए। जिसके बाद पुलिस ने कविता, शिवम और हर्ष को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है, जबकि चौथे नाबालिग आरोपी को राजकीय संप्रेक्षण गृह में भेजा गया है।

नाबालिग बोला- मुझे शबाबुल की मौत का नहीं अफसोस
बीते मंगलवार की सुबह हुई उप प्रधानाचार्य शबाबुल की हत्या के बाद ही कविता और उसके बेटों पर इस हत्याकांड के आरोप लगने लगे थे। लेकिन 15 साल के नाबालिग को जब पुलिस ने पकड़ा तो उसे यकीन नहीं हुआ कि यह मासूम सा दिखने वाला लड़का किसी की हत्या कर सकता है। गोली मारने वाला नाबालिग पढ़ाई लिखाई में भी बेहतर है। इसलिए पुलिस उससे नरमी से पेश आई। लेकिन पहले ही सवाल पर नाबालिग बोला कि हां मैंने ही उसे मारा है। उसे तो मरना ही था, क्योकि उसने मेरे भाई को जो मारा था। मुझे उसकी मौत का अफसोस नहीं है।

पति 3 साल से उड़ीसा की जेल में है बंद
 जिस महिला ने अपने बेटे की मौत का बदला लेने के लिए अपने ही दो बेटों से से उप प्रधानाचार्य शबाबुल की हत्या कराई है। उसका पति रंटू राघव पिछले 3 सालों से उड़ीसा की जेल में बंद है। एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि महिला का पति रंटू राघव एनडीपीएस एक्ट में 3 साल से उड़ीसा जेल में बंद है। पति के जेल जाने के बाद लगभग 3 साल पहले कविता राघव अपने बच्चों को लेकर मुरादाबाद के मझोला की आफत नगरी में रहने लगी थी।

कविता करती थी घरों पर काम, शिवम मकानों में लगाता था पीओपी
बेटों को उकसा कर शबाबुल की हत्या करने वाली महिला कविता खुद घरों में काम करती थी। जबकि उसका बड़ा बेटा शिवम राघव मकानों में पीओपी का काम करने लगा। मां और बड़ा भाई मिलकर हत्या करने वाले नाबालिग को नामी स्कूल में पढ़ा रहे थे, जिसमें वह 10 वीं का छात्र है।मां कविता राघव का आरोप था कि शबाबुल ने प्रिंस को स्कूल में टॉर्चर किया था। जिसकी वजह से ही उसने आत्महत्या की थी। तभी से कविता राघव अपने छोटे बेटे की मौत का बदलना लेने की कोशिशों में जुटी थी।

बेटों से कहती थी कविता, भाई की मौत का बदला नहीं लोगे
नाबालिग बेटे से शबाबुल की हत्या कराने वाली कविता राघव अपने छोटे बेटे प्रिंस की मौत बदला लेने के लिए अक्सर अपने बड़े बेटों शिवम और नाबालिग बेटे को शबाबुल की हत्या के लिए उकसाती थी। कविता हमेश अपने बेटों से कहती थी कि तुम्हारे छोटे भाई को उसने मार डाला। क्या तुम अपने भाई की मौत का बदला नहीं लोगे। मां के रोजाना तानों से आजिज आ चुके शिवम ने अपने नाबालिकग भाई के साथ मिलकर 2 महीना पहले ही शबाबुल की हत्या की योजना बनाई थी। कविता लगातार इस प्लानिंग में बेटों को गाइड कर रही थी। मुरादाबाद में एकता विहार मंडी समिति में रहने वाला नाबालिग का दोस्त हर्ष चौधरी भी इस प्लानिंग में शामिल था। वो भी अपने नाबालिग दोस्त को उकसाता था कि उसे अपने भाई की मौत का बदला लेना चाहिए।

खुलासा करने वाली टीम को मिला 25 हजार का इनाम
उप प्रधानाचार्य शबाबुल की हत्याकांड का खुलासा थाना मझोला के प्रभारी निरीक्षक मोहित चौधरी ने अपनी टीम के साथ मिलकर किया है। उनकी टीम में निरीक्षक शैलेंद्र कुमार, निरीक्षक रमेश कुमार, एसओजी प्रभारी अमित कुमार, सर्विसलांस प्रभारी अनिल कुमार, दरोगा योगेश कुमार, सिपाही दीपक कुमार व नरेश कुमार शामिल है। एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि हत्याकांड का जल्द ही खुलासा करने पर एसएसपी सतपाल अंतिल ने पूरी टीम को 25 हजार का इनाम देने की घोषणा की है।

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