कासगंज: चंदन हत्याकांड...न्याय के लिए लखनऊ में धरने पर बैठे चंदन के पिता

कासगंज में वर्ष 2018 में तिरंगे यात्रा के दौरान हुई थी युवक की हत्या

कासगंज: चंदन हत्याकांड...न्याय के लिए लखनऊ में धरने पर बैठे चंदन के पिता

कासगंज, अमृत विचार। चंदन हत्याकांड के मामले में अब कासगंज का मामला लखनऊ तक हलचल मचा रहा है। लंबे समय से न्याय के लिए प्रयास कर रहे चंदन के परिवार को जैसे ही न्याय की उम्मीद मिली तो उच्च न्यायालय ने रोक लगा दी। मृतक के पिता लखनऊ के हजरतगंज में गांधी प्रतिमा की सीढ़ियों पर धरने पर बैठ गए। पुलिस ने उन्हें वहां से उठाया और उन्हें समझाया कि न्याय की उम्मीद रखें। उसके बाद वह देर शाम धरने से हट गए।

वर्ष 2018 में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर कासगंज में युवाओं ने तिरंगा यात्रा निकाली। इस तिरंगा यात्रा में चंदन गुप्ता भी शामिल था। शहर के मुहल्ला हुलका में जब यात्रा पहुंची तो यहां मुस्लिम समुदाय के लोगों ने यात्रा निकालने युवकों को रोक लिया। दोनों ओर से मारपीट हुई और विवाद बढ़ता चला गया। पिटने वाले युवक कोतवाली पहुंचे। आरोप है कि कोतवाली पुलिस ने उस समय गंभीरता नहीं दिखाई तो युवा खुद ही दूसरी मुस्लिम बस्ती की ओर आगे बढ़ गए। यहां मुस्लिम पक्ष की ओर से फायरिंग हुई, जिसमें चंदन गुप्ता की मौत हो गई। फिर क्या था पूरा शहर लगभग एक सप्ताह तक सुलगता रहा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्रवाई के आदेश दिए। आरोपियों को जेल भेजा गया और चंदन के परिवार को तमाम आश्वासन मिले, लेकिन आश्वाशन पूरे नहीं हो सके। मामले में सुनवाई एनआईए कोर्ट लखनऊ में हुई। यहां बीती 25 अक्टूबर को फैसला आने की संभावना थी, लेकिन उससे पहले ही आरोपी पक्ष ने उच्च न्यायालय लखनऊ की शरण ले ली और यहां पांच नवंबर तक एनआईए कोर्ट की कार्रवाई पर रोक लगा दी गई। इसकी सुनवाई फिर छह नवंबर को हुई। इधर तिरंगा यात्रा में मारे गए चंदन के पिता परेशान हो गए तो बुधवार को लखनऊ के हजरतगंज में गांधी प्रतिमा के नीचे धरने पर बैठ गए और चंदन की तस्वीर लेकर वह बता रहे थे कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा तब तक मैं नहीं हटूंगा। हालांकि, बाद में पुलिस ने कई कारण बताते हुए उन्हें समझाया और वह देर शाम धरने से हट गए।

अब 11 नवंबर को होगी सुनवाई
मामले में अब लखनऊ हाई कोर्ट में 11 नवंबर को सुनवाई होगी। बुधवार को सुनवाई के दौरान उच्च न्यायालय ने 11 नबम्बर की तिथि सुनवाई के लिए नियत कर दी है। लोगों की निगाहें अग्रिम कार्रवाई पर टिकी हुई हैं। 

परिवार को दी गई सुरक्षा
फैसला अंतिम चरण में है। ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार ने चंदन के परिवार को सुरक्षा देने का निर्णय लिया। चंदन के भाई विवेक को एक सुरक्षा कर्मी और पिता सुशील कुमार गुप्ता को एक सुरक्षाकर्मी मुहैया कराया है, जिससे कि उनकी जान को कोई खतरा न हो। ऐसे में चंदन के परिवार ने सरकार का आभार भी जताया है, लेकिन परिवार का कहना है कि न्याय जल्दी मिलना चाहिए।

पिता की बात
मैं काफी दुखी हो गया हूं। सरकार ने मदद की है। स्थानीय अधिकारियों ने मदद की है, लेकिन आरोपी बाहुबली और धनवान हैं। इसलिए जगह-जगह धमकी दे रहे हैं कि धन के आधार पर इस मामले को निपटा लेंगे और फिर बताएंगे कि आगे क्या करना है। इस तरह की जब धमकियां मिल रही है तो मैं काफी परेशान हो गया हूं। मुझे न्यायालय से जल्द न्याय मिल जाए। आरोपियों को सख्त सजा मिले इसी बात को लेकर मैं लखनऊ में धरने पर बैठा। सुशील कुमार गुप्ता, चंदन गुप्ता के पिता 

बदल दिया धरना स्थल 
चंदन के पिता सुशील गुप्ता को पुलिस ने जब बिना अनुमति गांधी प्रतिमा के समीप धरना देने का हवाला दिया और कुछ भरोसे भी दिए तो उन्होंने धरना स्थल बदल दिया। वे दूसरे पार्क में पहुंच गए। यहां भी पुलिस ने उन्हें समझा कर शांत कर दिया।

यह हैं मामले की आरोपी
मामले में सलीम, नसीम, जाहिद उर्फ जग्गा, वसीम, वसीम,  असलम कुरैशी, एडवोकेट मुनाजिर रफी, आमिर रफी इस मामले में आरोपी हैं।

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