Bareilly: 'पुराने गानों में जो सुकून, वो पॉप गानों में कहां', स्टार नाइट में बोले आर मान
बरेली, अमृत विचार : काफी दिलचस्प शख्सियत के मालिक हैं आर मान। देश भर में उनकी पहचान पॉप सिंगिग की वजह से है लेकिन वह खुद पुराने गानों के शौकीन हैं। कहते हैं, पुराने गाने और इंस्ट्रूमेंट आज भी कानों को जो सुकून देते हैं, वैसी खूबी पॉप गानों में नहीं है। पुराने गाने सदाबहार हैं, पॉप गाने तो आते हैं और चले जाते हैं।
होटल डिप्लोमैट में अमृत विचार से बात करते हुए आर मान ने बताया कि अब तक वह नौ सौ गाने गा चुके हैं, लेकिन उन्हें पहचान दिलाई पिछले ही साल रिलीज हुए गाने "सिस्टम पर सिस्टम बिठा रया छोरा जाट का, देख तेरे सुपने में आ रया छोरा जाट का" ने जिसे अब तक 20 करोड़ लोग देख चुके हैं।
आर मान ने बताया, गाने का शौक बचपन से था, यह प्रेरणा पंजाब के गायक बब्बू मान से मिली। शुरू में लोग कटाक्ष करते थे, लेकिन इस आलोचना ने उन्हें और मजबूत किया। अब वह यही मानते हैं कि मेहनत के बगैर सफलता नहीं मिलती और सफलता के लिए कोई शॉर्टकट भी नहीं होता।
पुराने गानों के मुरीद आर मान ने दिल की बात साझा करते हुए बताया कि असली गायकी पुराने जमाने में ही होती थी। पुराने गानों में इतना दम है कि उनमें प्रयोग होने वाले म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट और उनकी रीमिक्स भी हिट हुईं। कहा, उस समय का गायन सुकून देता था लेकिन आज के गाने सुकून छीनते हैं। पॉप गानों के लिए तेज आवाज वाली साउंड मुफीद होती है, उन्हें धीमी आवाज में नहीं सुना जा सकता। पुराने गाने और उनके इंस्ट्रूमेंट को धीमे सुनकर भी सुकून पाया जा सकता है।
जो मजा संयुक्त परिवार में, वह एकाकी जीवन में नहीं
आर मान ने बताया कि वह अब भी अपने गांव में संयुक्त परिवार में रहते हैं। बोले, आजकल युवा एकाकी जीवन पसंद करते हैं, लेकिन जो मजा संयुक्त परिवार में है वह एकाकी रहने में नहीं है। संयुक्त परिवार में अनुशासन रहता है जो जीवन में कई जगह काम आता है। सोनीपत के सिरसा गांव के रहने वाले आर मान का पूरा नाम रवींद्र मान है।
परिवार नहीं चाहता, मैं गायकी करूं
परिवार आज भी खेती-किसानी से जुड़ा है। परिवार के लोग नहीं चाहते कि वह गायकी और स्टेज शो करें। वे खेती के साथ कुछ और काम-धंधा करने की सलाह देते हैं। उनकी नजर में गाने गाना कोई काम ही नहीं है। मान ने बताया कि उनके फैंस में काफी संख्या लड़कियों की है। कई लड़कियां उनके नजदीक आने की कोशिश करती हैं लेकिन वह इस चक्कर से दूर हैं। शादी भी अपने परिवार की इच्छा के मुताबिक करने का सोच रखा है।
15 सेकेंड की रील तय करती है गाने का भविष्य
सोशल मीडिया और रील के जरिए प्रमोशन को कितना उचित मानते हैं, इसके जवाब में आर मान ने कहा कि ये मौजूदा समय की मांग है। 15 सेकेंड की रील में गाना तो प्रमोट हो ही रहा है, लेकिन इसके साथ लोग कुछ भी प्रमोट करने में लगे हैं। यह नहीं होना चाहिए। रील के जरिए प्रमोशन का कांसेप्ट होना चाहिए, उसमें अच्छे कंटेंट होने चाहिए। सुनने में अच्छी लगने वाली चीज प्रमोट हो। आर मान कहते हैं कि अच्छे और शिक्षाप्रद गाने इस समय भी बन रहे हैं लेकिन वे प्रमोट नहीं हो पाते।
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