Chitrakoot: आखिरकार गिरफ्त में आया युवती से रेप का आरोपी, पीड़िता बोली- इसी राक्षस ने बर्बाद की मेरी जिंदगी, मिले फांसी
चित्रकूट, अमृत विचार। आलोचनाओं को झेल रही पुलिस को आखिरकार लगभग 11 दिन बाद महत्वपूर्ण कामयाबी मिली। निजी अस्पताल में काम करने वाली युवती से दुराचार के आरोपी को पुलिस ने दबोच लिया। एसपी अरुण कुमार सिंह ने बुधवार को पत्रकारों को इसकी जानकारी दी। एसपी ने बताया कि युवती से गैंगरेप नहीं हुआ था बल्कि इसी युवक ने उससे दुराचार किया था।
युवक पर पहले से शंकरगढ़ थाने में दुराचार का एक मामला दर्ज है। गौरतलब है कि 26 अक्टूबर को निजी अस्पताल में काम करने वाली युवती से गैंगरेप का मामला सामने आया था। इस संबंध में युवती के पिता ने थाना बरगढ़ में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि अस्पताल जाने वाले रास्ते पर जंगल में एक अज्ञात व्यक्ति ने बाइक से उसकी बेटी का रास्ता रोका था और फिर उसे साइकिल से गिरा दिया था।
इसके बाद दो-तीन व्यक्ति और आ गए थे। इन्होंने सामूहिक दुष्कर्म किया था। पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि इस ब्लाइंड केस के खुलासे के लिए अपर पुलिस अधीक्षक चक्रपाणि त्रिपाठी के नेतृत्व में पांच टीमों का गठन किया गया। एसपी ने बताया कि पीड़िता के बयानों में आए तथ्यों, साक्ष्यों व घटना के समय कुछ लोगों द्वारा वहां देखे गए युवकों के स्केच एवं मुखबिर की सटीक सूचना पर आरोपी को सेमरा रोड पर जंगल जाने वाले रास्ते से गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने अपना नाम शुभम मिश्रा उर्फ सुग्गा पुत्र कमलेश कुमार उर्फ मुन्ना निवासी ग्राम बिहरिया थाना शंकरगढ़ (प्रयागराज) बताया और दुष्कर्म की बात कुबूली। आरोपी से बाइक, मोबाइल फोन बरामद हुआ।
पीड़िता बोली, यही है वह राक्षस
एसपी ने बताया कि पीड़िता बुधवार को परिजनों के साथ इलाज कराने के लिए प्रयागराज जा रही थी। उसने भी मौके पर पहुंचकर आरोपी को पहचान लिया। चिल्लाते हुए बोली, यह वही राक्षस है, जिसने मेरी जिंदगी तबाह की है। इसको फांसी की सजा मिलनी चाहिए।
अकेले की है वारदात
एसपी ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में बताया कि घटना उसने अकेले की है। साथ में कोई और नहीं था। किसी को उसने बुलाया नहीं था। बताया कि मोबाइल से फोन करने का नाटक कर रहा था, जिससे युवती डरी रहे। हट्टे-कट्टे आरोपी से युवती ने खुद को बचाने की बहुत कोशिश की पर नाकामयाब रही।