रुद्रपुर: पूर्ण हुई छठ पूजा की तैयारी, बाजार में फिर लौटी रौनक

रुद्रपुर: पूर्ण हुई छठ पूजा की तैयारी, बाजार में फिर लौटी रौनक

रुद्रपुर, अमृत विचार। सात नवंबर यानी गुरुवार को छोटी छठ होने के कारण बुधवार को पूर्वांचल समाज के लोगों ने बाजार में जमकर खरीदारी की। इससे बाजार में एक बार फिर रौनक लौट आई और लोगों ने छठी मईया के लिए आस्थापूर्वक पूजन सामग्री खरीदी। इसके साथ ही छठ महापर्व की तैयारी भी पूर्ण हो चुकी है और श्रद्धालु डूबते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ पूजा की शुरुआत करेंगे।

बुधवार की सुबह होते ही जहां पूर्वांचल समाज की महिलाओं और पुरुषों ने खरना प्रारंभ कर दिया और घरों की साफ पूर्ण कर ली। शाम ढलते-ढलते शहर के मुख्य बाजार, मनिहारी गली, विधवानी मार्केट में समुदाय के लोगों की भीड़ जुटने लगी और सभी ने पूजा में इस्तेमाल होने वाली दो बड़े बांस की टोकरी जिन्हे पथिया और सूप भी कहा जाता है, की खरीदारी की। साथ ही डगरी, पोनिया, ढाकन, कलश, पुखार, सरवा के अलावा ठेकुआ, मखा ने,अक्षत, भुसवा, सुपारी, अंकुरी, गन्ना आदि चीजों की भी जमकर खरीदारी की। बताया जा रहा है कि यह सभी खाद्य पदार्थ छठी मईया की पसंदीदा पूजन सामग्री होती है। इसके अलावा बुधवार को खरना प्रारंभ होते ही शाम ढलते ही निर्जला व्रत धारी लोग सूर्य को गुड़ व चावल की खीर बनाकर भोग लगाती है।

उसके बाद ही सेवन करती है। मान्यता है कि यह विशेष प्रसाद भगवान का प्रिय प्रसाद होता है। लक्ष्मी नारायण मंदिर के पंडित बैकुंठ नाथ शास्त्री ने बताया कि गुरुवार यानी सात नवंबर की शाम को सभी श्रद्धालु छठ घाटों पर जाकर पानी के बीच खड़े होकर डूबते सूर्य को अर्घ्य देगी और आठ नवंबर की सुबह तड़के उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ मैया की पूजा अर्चना करेगी। बताया कि छठ महापर्व पूर्वाचल समुदाय के अलावा आस्था रखने वाले लोगों के लिए आस्था का पर्व है। जिसका शास्त्रों में भी जिक्र है।

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