Maha Kumbh 2025 : मलेशिया, थाईलैंड व बैंकाक सहित अन्य देशों में होगा किन्नर अखाड़ा

सिंगापुर, यूएसए, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस दर्जनभर देशो से जुड़ रहे ट्रांजेस्डर

Maha Kumbh 2025 : मलेशिया, थाईलैंड व बैंकाक सहित अन्य देशों में होगा किन्नर अखाड़ा

महाकुंभ में होंगे दीक्षित : आचार्य महामंडलेश्वर डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी 

प्रयागराज, अमृत विचार: किन्नर अखाड़ा का अब विस्तार कई देशों में होने जा रहा है। इसकी व्यापक स्तर पर तैयारियां किन्नर अखाड़ा में शुरू कर दी गयी है। इन देशों के 200 से ज्यादा ट्रांसजेंडर महाकुंभ के दौरान किन्नर अखाड़ा में शामिल होकर दीक्षित होंगे और इसके बाद उनके देशो में किन्नर अखाड़ा का विस्तार शुरू होगा और पदाधिकारी बनाये जायेंगे। 

यह जानकारी किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज ने आज सिविल लाइंस में दिया। आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज महाकुंभ में जूना अखाड़ा के नगर प्रवेश के दौरान बड़ी संख्या में किन्नर अखाड़ा के पदाधिकारियों और शिष्यों सहित शामिल हुए थे। जूना अखाड़ा के जूनागढ़ के जगद्गुरु शंकराचार्य गुजरात पीठाधीश्वर स्वामी महेन्द्रनंद गिरि महराज और जूना अखाड़ा की जूनागढ़ की महामंडलेश्वर स्वामी जय अम्बे गिरि महराज के साथ सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार पर विस्तार से चर्चा किया। 

किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज ने बताया कि देश के करीब सभी प्रदेशों में किन्नर अखाड़ा का गठन हो चुका है। सभी प्रदेशों में जगदगुरू,महामंडलेश्वर, मण्डलेश्वर, महंत, पीठाधीश्वर, श्रीमहंत सहित अन्य पदाधिकारी बनाये जा चुके है। उन्होंने बताया कि मलेशिया, थाईलैंड, बैंकाक, सिंगापुर, यूएसए, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस सहित अन्य देशों के दो सौ से अधिक ट्रांसजेंडर संपर्क में हैं। वह चाहते हैं कि किन्नर अखाड़ा का गठन विदेश में हो। इस पर निर्णय लिया है कि तीर्थराज प्रयागराज के महाकुंभ में सभी ट्रांसजेंडरों को बुलाया जा रहा है उनको पहले किन्नर अखाड़ा में दीक्षित किया जा रहा है और महाकुम्भ के बाद सभी देशों में किन्नर अखाड़ा का गठन किया जाएगा।

आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज ने बताया कि सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए किन्नर संत, महात्मा लगे हुए है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में जो लोग सनातन धर्म छोड़कर दूसरे धर्म में चले गये थे वह लोग अब सनातन धर्म में फिर से वापस आ रहे हैं। उनका स्वागत किया जा रहा है जो जिस योग्य है उसको किन्नर अखाड़ा में पद सहित अन्य जिम्मेदारी भी दी जा रही है। इससे सनातन धर्म का प्रचार, प्रसार होगा और युवा पीढ़ी को सनातन धर्म के बारे में विस्तार से जानकारी मिलेगी।

इस दौरान जूनागढ़ के जगद्गुरु शंकराचार्य गुजरात पीठाधीश्वर स्वामी महेन्द्रनंद गिरि महराज और जूना अखाड़ा की जूनागढ़ की महामंडलेश्वर स्वामी जय अम्बे गिरि महराज ने किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी द्वारा सनातन धर्म के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की सराहना की।

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