कानपुर के हैलट अस्पताल में रोबोट से सर्जरी की तैयारी: जीएसवीएम कॉलेज के प्राचार्य ने शासन को भेजा प्रस्ताव

कानपुर के हैलट अस्पताल में रोबोट से सर्जरी की तैयारी: जीएसवीएम कॉलेज के प्राचार्य ने शासन को भेजा प्रस्ताव

कानपुर, अमृत विचार। हैलट अस्पताल में मरीजों को रोबोट सर्जरी का लाभ दिलाने के लिए जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य लगातार प्रयासरत है। उन्होंने रोबोटिक्स सर्जरी का प्रस्ताव शासन को भेजा है। इसमें करीब 10 करोड़ रुपये से एसेस मंत्रा कंपनी के रोबोट की खरीद प्रस्तावित है। रोबोट सर्जरी की सुविधा शुरू होने से प्रोस्टेट व किडनी के जटिल कैंसर के मरीजों को सबसे ज्यादा लाभ मिलेगा।  

हैलट अस्पताल के सर्जरी विभाग की ओपीडी में प्रतिदिन 20 से 25 मरीज सर्जरी की जरूरत वाले पहुंचते हैं। इसके अलावा इमरजेंसी में भी सर्जरी के मरीज आते हैं। अभी मरीजों की सर्जरी डॉक्टर करते हैं। इस व्यवस्था में कई बार संख्या अधिक होने से मरीजों की सर्जरी अगले दिन हो पाती है। रोबोटिक्स सर्जरी की सुविधा मिलने पर यह दिक्कत दूर हो जाएगी। 

इस सर्जरी से प्रोस्टेट कैंसर, किडनी कैंसर व ट्रांसप्लांट और बड़ी आंत के ऑपरेशन में सबसे बेहतर रिजल्ट मिलेगा। जीएसवीएम के प्राचार्य डॉ.संजय काला ने  बताया कि रोबोटिक सर्जरी में रक्तस्राव और मरीज को दर्द कम होता है। 

इसमें छोटे चीरे लगाए जाते हैं, इससे शरीर में निशान ज्यादा समझ में नहीं आते है और संक्रमण का खतरा कम होता है। मरीज जल्द स्वस्थ होकर घर जा सकता है। जबकि लैप्रोस्कोपिक सर्जरी से 4 से 5 दिन और ओपेन सर्जरी में करीब 10-12 दिन लगते हैं। रोबोटिक्स सर्जरी से जटिल सर्जरी की संख्या भी बढ़ जाएंगी। अभी पांच से छह जटिल सर्जरी होती हैं। 

प्राचार्य समेत 3 डॉक्टर हैं प्रशिक्षित  

प्राचार्य डॉ. संजय काला के साथ डॉ.अनुराग सिंह व डॉ.आरके मौर्या दिल्ली एम्स गए थे, जहां उन्होंने रोबोटिक्स सर्जरी का प्रशिक्षण प्राप्त किया है। सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. जीडी यादव  व डॉ. अनुराग जल्दी ही अहमदाबाद में रोबोटिक्स सर्जरी प्रशिक्षण के लिए जाएंगे।

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