Kannauj: पुलिस ने शासनादेश के विरुद्ध दर्ज की बीडीओ पर रिपोर्ट, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास हिमांशु कुमार के पत्र से मची खलबली

एक मंत्री ने एफआईआर कराने व दोषियों को जेल भिजवाने की कही थी बात

Kannauj: पुलिस ने शासनादेश के विरुद्ध दर्ज की बीडीओ पर रिपोर्ट, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास हिमांशु कुमार के पत्र से मची खलबली

कन्नौज, अमृत विचार। खाता न बही...जो पुलिस करे वही सही। कुछ इसी मिजाज में कन्नौज पुलिस काम कर रही है। इन सबकी वजह से खाकी की अब खूब किरकरी हो रही है। भले ही बीडीओ पर एक मंत्री के दबाव में एफआईआर दर्ज हुई हो लेकिन अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास का वह पत्र अब खूब वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने इस केस को लेकर अपर मुख्य सचिव गृह विभाग के लिए शासनादेश का पालन न करने की बात लिखी है।  

अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास विभाग हिमांशु कुमार ने 30 अक्टूबर को पत्र लिखकर अपर मुख्य सचिव गृह विभाग से कहा है कि सरकारी अधिकारियों/ कर्मचारियों के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज कराने से संबंधित कार्मिक विभाग के शासनादेश 19 जुलाई 2005 और 24 मई 2012 हैं। अपर मुख्य सचिव ने कहा है कि सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों की ओर से बरती गई अनियमितता के प्रकाश में आने पर उसके खिलाफ अनुशासनिक/ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। 

यदि उसमें उसकी आपराधिक भूमिका पाई जाती है तो आपराधिक कृत्य के लिए नियुक्त प्राधिकारी न्याय विभाग का मत प्राप्त करके अभियोजन की कार्रवाई करेंगे। अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास ने यह भी कहा है कि बीडीओ कन्नौज अमित सिंह पर दर्ज रिपोर्ट के मामले में शासनादेश का पालन नहीं हुआ है। सीधे एफआईआर ही दर्ज करा दी गई है। 

उन्होंने अपर मुख्य सचिव गृह से कहा है कि डीएम शुभ्रान्त शुक्ल/ एसपी अमित आनंद को अपने स्तर से निर्देश भेजने का कष्ट करें कि वे एक राजपत्रित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई के परिप्रेक्ष्य में सुसंगत शासनादेश का गंभीरता पूर्वक संज्ञान लें और दर्ज एफआईआर के परिप्रेक्ष्य में इस प्रकार की किसी कार्रवाई की स्थिति उत्पन्न न होने पाए जिससे आगे चलकर कानूनी कठिनाइयों व शासन के लिए असमंजसपूर्ण स्थिति बने। 

आयुक्त के जरिए मांगी रिपोर्ट

शासन के पत्र की प्रतिलिपि ग्राम्य विकास आयुक्त को भी गई है। उनके लिए कहा गया है कि स्थानीय (कन्नौज) अधिकारियों से समन्वय कर प्रकरण के बारे में तथ्यात्मक आख्या शासन को शीघ्र उपलब्ध कराएं। 

यह है मामला, मंत्री ने डीसी मनरेगा को भी दी थी हड़की

ब्लॉक प्रमुख कन्नौज रामू कठेरिया ने 27 अक्टूबर की रात में खंड विकास अधिकारी अमित सिंह, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के जेई संतोष कुमार व लेखाकार योगेश शुक्ल के खिलाफ पांच लाख 59 हजार 318 रुपये गबन करने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। प्रधान टिड़ियापुर कप्तान सिंह चौहान ने निर्माण स्थल प्राथमिक स्कूल खुरदइया में 12 लाख रुपये से बनने वाले आंगनबाड़ी केंद्र भवन के लिए खराब गुणवत्ता की सामग्री का प्रयोग करने का आरोप लगाया। हालांकि मौके पर सेम ईंट भी मिली थीं। 

दूसरी ओर सदर विधायक/ समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण भी खुरदइया पहुंचे थे। उन्होंने मौके पर मौजूद लोगों से कहा था कि दोषियों पर केस दर्ज होगा और आरोपी जेल जाएंगे। इसके बाद वह विकास खंड भी गए थे। उन्होंने सीडीओ राम कृपाल चौधरी की मौजूदगी में भी नाराजगी जताई थी। डीसी मनरेगा डीके यादव से कहा था कि सही तरीके से जांच करें वरना उनकी भी जांच की जाएगी। दोषियों को बचाया न जाए। उसी रात को बीडीओ समेत तीन लोगों पर ब्लॉक प्रमुख की ओर से रिपोर्ट दर्ज करा दी गई।

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