शाहजहांपुर: भागवत कथा सुनने के बाद युवक ने खुद को गोली से उड़ाया

पुलिस ने तमंचा व खोखा बरामद किया, आत्महत्या का कारण अज्ञात

शाहजहांपुर: भागवत कथा सुनने के बाद युवक ने खुद को गोली से उड़ाया

जैतीपुर/शाहजहांपुर, अमृत विचार। छेदा पट्टी गांव में शुक्रवार की रात एक युवक ने मकान की छत पर तमंचे से पेट में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गोली की आवाज सुनकर परिवार के लोग छत पर गए तो देखा कि उसका शव खून से लथपथ जमीन पर पड़ा था। वह पीरी गांव से भागवत कथा सुनकर घर पर आया था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तमंचा व खोखा कब्जे में ले लिया है। घटना का कारण अज्ञात है।
 
थाना क्षेत्र के गांव छेदा पट्टी निवासी 24 वर्षीय ओवेश यादव पुत्र मुकेश यादव शुक्रवार की रात नौ बजे बाइक से भागवत कथा सुनने के लिए पड़ोस के गांव पीरी गया था। वह रात में पौने 12 बजे घर आया और मकान का दरवाजा खटखटाया। उसकी मां रेशमावती ने दरवाजा खोला। ओवेश बदहवास हालत में भागता हुआ जीने से मकान की छत पर चला गया। उसकी मां ने पूछा कि क्या बात है और कुछ नहीं बोला। उसने दूसरे पुत्र प्रवेश यादव को जगाया और कहा कि ओवेश बड़ी तेजी से आया, मकान की छत पर चला गया। इसी बीच मकान की छत पर गोली की आवाज सुनायी दी। प्रवेश और उसकी मां मकान की छत पर गए और देखा कि ओवेश खून से लथपथ जमीन पर पड़ा था। उसके दहिने हाथ में 312 बोर का तमंचा था। उसका शव देखकर रोना पीटना मच गया। शोर शराबा होने पर गांव वाले जाग गए। गांव वालों की भीड़ लग गई। गोली उसके पेट में लगी थी। प्रवेश ने घटना की सूचना थाने पर दी। थाना प्रभारी गौरव त्यागी सिपाहियों के साथ मौके पर पहुंचे और परिवार वालों से जानकारी की। 

शराब पीने का आदी था युवक
परिवार वालों ने बताया कि युवक शराब पीने का आदी था और आए दिन घर में झगड़ा करता था, साथ ही बीमार भी रहता था। परिवार वालों का कहना है कि उसने गोली मारकर आत्महत्या क्यों की, इसकी कोई जानकारी नहीं है। पुलिस ने तमंचा व खोखा कब्जे में ले लिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्रभारी निरीक्षक गौरव त्यागी ने बताया कि परिवार वालों की तरफ से कोई तहरीर नहीं आई है। उसने खुद गोली मारकर आत्महत्या की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। 

नहीं मिली युवक की बाइक
मृतक ओवेश के भाई प्रवेश ने बताया कि उसका भाई भागवत कथा सुनने के लिए घर से बाइक लेकर गया था। वह रात में लौटकर आया तो बाइक नहीं थी। परिवार वालों ने जहां भागवत कथा हो रही थी, वहां पर जाकर बाइक की तलाश की। लेकिन बाइक नहीं मिली। इधर-उधर तलाश किया और बाइक नहीं मिली। आंशका व्यक्त की जा रही है कि ओवेश कहीं बाइक खड़ी करके घर आ गया। परिजनों ने किसी से विवाद होने का इंन्कार किया है। प्रभारी निरीक्षक गौरव त्यागी ने बताया कि बाइक की तलाश की जा रही है। 

मेरठ में प्राइवेट नौकरी करता था 
मृतक ओवेश यादव मेरठ में एक प्राइवेट कंपनी में काम करता था। वह एक माह पूर्व मेरठ से अपने घर आया था। उसके पिता मुकेश यादव खेती बाड़ी करते है। मृतक सात भाइयों में पांचवें नंबर का था। उसके भाई अनिल यादव, विनोद यादव, धीरज यादव, प्रवेश यादव, निर्दोश यादव है। उसकी शादी नहीं हुई थी। उसकी कोई बहन नहीं थी। मौत की खबर से परिवार में रोना पिटना मच गया।

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