Bareilly: आसमान पर छाई 5 करोड़ की धुंध, खराब हुई हवा...AQI पहुंचा 259
बरेली, अमृत विचार: दीपावली पर रात में जमकर हुई आतिशबाजी का असर शुक्रवार सुबह दिखा। शहर की हवा काफी खराब होने की वजह से धुंध छा गई। गुरुवार को शाम 7 बजे के बाद लगातार एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडेक्स) बढ़ता गया। सबसे खराब स्थिति राजेंद्रनगर की रही, हालांकि सिविल लाइंस में कुछ राहत रही। सिविल लाइंस में औसत एक्यूआई 259 और सिविल लाइंस में 190 दर्ज किया गया।
क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी चंद्रकेश कुमार के अनुसार दीपावली पर आतिशबाजी से प्रदूषण का स्तर अचानक दो सौ के करीब पहुंच गया। शुक्रवार सुबह शहर में धुंध सी छाई रही। हवा की सेहत खराब होने की वजह से प्रदूषण का येलो अलर्ट रहा। धूप निकलने के बाद भी धुंध नहीं छंटी। राजेंद्रनगर में प्रदूषण का स्तर सिविल लाइंस की तुलना में अधिक रहा। तीन दिन पहले तक राजेंद्र नगर में एक्यूआई 100 के नीचे ही था। जिले का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स 196 रिकार्ड किया गया।
सप्ताह भर रहेगी यही स्थिति
जिले में शुक्रवार को हवाओं की रफ्तार 8-10 किलोमीटर प्रति घंटा रहीं। इस कारण प्रदूषणकारी तत्व सतह पर ही तैर रहे हैं। इसके अलावा अभी भाई दूज तक आतिशबाजी जारी रहेगी। जिसका असर तीन दिन तक रहने का अनुमान लगाया जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार सप्ताह भर तक लोगों को साफ हवा मिलना मुश्किल रहेगा।
घरों के बाहर करे छिड़काव मिलेगी राहत
जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. राहुल बाजपेई ने बताया कि प्रदूषण से बचने के लिए घरों के बाहर पानी के छिड़काव से राहत मिल सकती है। इसे सुबह और शाम छिड़काव करने से धूल उड़ने से बचाव मिलेगा। वहीं, सप्ताह भर मास्क लगाकर निकलने की एहतियात बरत सकते है। ऐसा नहीं करने से धूल के कण हवा के साथ मुंह के जरिए शरीर में प्रवेश कर संक्रमण फैला सकते है।
बीते 11 साल में सबसे कम रहा एक्यूआई
क्षेत्रीय प्रदूषण बोर्ड नियंत्रण कार्यालय के अनुसार राहत की बात यह रही कि इस बार वायु प्रदूषण बीते 11 साल में सबसे कम रिकाॅर्ड किया गया। जहां वर्ष 2014 में औसत एक्यूआई 421, 2015 में 442, 2016 में 396, 2017 में 410, 2018 में 435, 2019 में 398, 2020 में 392, 2022 में 262, 2023 में 230 दर्ज किया गया था।
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