Bareilly: दूसरे समुदाय की ओर था इशारा, ताई के घर निकला शव तो खुल गई पोल
बरेली, अमृत विचार: शिकारपुर चौधरी मिश्रित आबादी का गांव है। मिष्ठी के गायब होने के बाद कुछ लोगों ने दूसरे समुदाय के लोगों पर शक जताना शुरू किया तो तनाव बढ़ने लगा। लेकिन कुछ ही देर बाद मिष्ठी का शव उसी की ताई के घर निकला तो लोग अवाक रह गए। बाद में यह भी पता चला कि सावित्री ने शव को ठिकाने लगाने के लिए बोरी में बंद कर रखा था। अगर वह शव को गायब करने में कामयाब हो जाती तो गांव में दोनों समुदायों के बीच विवाद हो सकता था।
बच्ची के अपहरण की सूचना पर एसएसपी अनुराग आर्य ने तीन टीमें गठित कर उसे तलाश करने का निर्देश दिया था। एक टीम ने उसे गांव के आसपास और दूसरी टीम ने गांव के घरों में उसे तलाश करना शुरू किया। तीसरी टीम सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक करने में जुट गई। पुलिस के इस अभियान के दौरान गांव में सभी घरों के दरवाजे खुले हुए थे।
सिर्फ सावित्री ने घर के दरवाजे नहीं खोले। पुलिस ने जब सावित्री के घर का दरवाजा खुलवाने की कोशिश की तो पुलिस टीम जब गांव में तलाशी के लिए पहुंची। तब सभी ने दरवाजे खोल दिए, लेकिन सावित्री ने अपना दरवाजा नहीं खोला। मिष्ठी के पिता राकेश उर्फ राजू ने ही कहा कि सावित्री उनकी भाभी हैं। मिष्ठी उनके साथ खेलती रहती है। वह ऐसा नहीं करेंगी। मिष्ठी कहीं और से गायब होगी।
इसके बावजूद दो सिपाहियों को घर की छत पर चढ़ाया गया जिन्होंने अंदर पहुंचकर दरवाजा खोला। इसके बाद पुलिस ने अंदर घुसकर घर की तलाशी ली तो कुछ ही देर में बोरी में बंद मिष्ठी का शव मिल गया। बोरी ऊपर से खुली हुई थी। साफ अंदाजा हो रहा था कि बच्ची का शव कहीं ले जाकर ठिकाने लगाने के लिए बोरी में रखा गया था। सावित्री के घर में शव मिलने के बाद गांव के लोग अवाक रह गए।
मिष्ठी का शव मिलते ही राजू राजपूत के घर में हाहाकर मच गया। वह मकान बनवाने का ठेका लेते हैं। उनके एक बेटा और दो बेटियां और हैं। एलकेजी में पढ़ने वाली मिष्ठी सबसे छोटी होने के कारण सभी की दुलारी थी। उसका शव देखकर उसकी मां पूजा और बाबा उमराय भी बेहाल हो गए। उमराय ने बताया कि मिष्ठी उनके साथ खाना खाकर बाहर खेलने गई थी। अगर उन्हें पता होता कि जिस सावित्री को वह अपनी मां से ज्यादा चाहती है, वह उसकी हत्या कर देगी तो वह उसे कभी नहीं भेजते।
घर में अकेली रहती है महिला, पति, देवर और ससुर की हो चुकी है मौत
इज्जतनगर थाना क्षेत्र के गांव शिकारपुर चौधरी में बच्ची का देर रात रिश्ते की ताई के घर शव बरामद हुआ। आशंका जताई जा रही है कि बच्ची की हत्या तंत्र क्रिया के लिए की गई होगी। हालांकि पुलिस गंगाराम और सावित्री से पूछताछ कर रही है।
गांव के लोगों ने बताया कि सावित्री मूल रूप से झारखंड की रहने वाली है। चार साल पहले उसके पति राधेश्याम और तीन साल पहले देवर बाबूराम की मौत हो गई थी। उसके तीन बेटे हैं लेकिन वे काफी समय से गांव में नहीं रहते हैं। गांव वालों के मुताबिक परिवार में लगातार दो मौतों और बेटों के साथ न रहने से सावित्री का भरोसा तंत्र मंत्र में बढ़ गया था।
उसके चचिया ससुर गंगाराम भी पड़ोस में ही रहता है और तंत्र मंत्र भी करता है। यह भी पता लगा कि गंगाराम पिछले साल ही रेलवे से सेवानिवृत्त हुआ था लेकिन फिर भी पांच महीने पहले उसने शादी की है। लोगों ने आशंका जताई कि गंगाराम ने सावित्री को मिष्ठी की हत्या के लिए उकसाया होगा।
यह भी पढ़ें- Bareilly: तांत्रिक के घर में सोना-चांदी का भंडार, हड़पने के लिए टूटे लोग...माल से भरी बोरी ले आई पुलिस