बरेली : रसोइयों को दो माह का मानदेय, अभी भी 5 माह का मानदेय

जून से अक्टूबर तक बकाया मानदेय को लेकर अधिकारियों को भी नहीं पता 

बरेली : रसोइयों को दो माह का मानदेय, अभी भी 5  माह का मानदेय

बरेली, अमृत विचार। जिले के 2483 परिषदीय स्कूलों और राजकीय माध्यमिक और कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूलों में कार्यरत 6169 रसोइये दीपावली का त्योहार खुशहाली के साथ मनाएंगे। अप्रैल माह से मानदेय नहीं मिलने के कारण रसोइयों को परिवार का भरण पोषण के लिए तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन शनिवार को जिलाधिकारी ने रसोइयों के मानदेय की फाइल पर संस्तुति कर दी है। आगामी सोमवार से मंगलवार के बीच सभी रसोइयों के खातों में  5 हजार मानदेय पहुंच जाएगा।

इसके बाद भी जून से अक्टूबर तक 5 महीने का मानदेय कब मिलेगा अधिकारियों को भी नहीं पता। हालांकि यहां से अब तक बकाया मानदेय की फाइल शासन को भेजी गई है। मानदेय भुगतान की प्रक्रिया शुरू होने पर रसोइयों ने विभागीय अधिाकारियों का आभार जताते हुए बकाया भुगतान भी जल्द कराने की गुहार लगाई है। 
परिषदीय स्कूलों में पंजीकृत 285000 बच्चों को रोजाना भोजन तैयार कर परोसने और बर्तन आदि की साफ सफाई का काम भी रसोइयों को करना पड़ता है। शिक्षकों का कहना है कि रसोइयों के पास आय का कोई अन्य स्त्रोत भी नहीं है। रोजाना उनसे मानदेय आने की जानकारी लेती हैं। रसोइयों के मानदेय को लेकर कई बार जिले के तमाम शिक्षक संगठनों ने भी अधिकारियों को पत्र सौंपा है। बीएसए संजय सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी से स्वीकृति  मिल गई है।  सोमवार - मंगलवार तक रसोइयों का मानदेय उनके खाते में भेज दिया जाएगा। 


केंद्र और राज्य सरकार से मिलता है अंशदान  
मिड डे मील योजना में भुगतान की प्रणाली में अंशदान केंद्र और राज्य सरकार का अलग- अलग है। स्वीकृति के लिए भुगतान की फाइल जिलाधिकारी को भेजी जाती है।  कुछ हिस्सा बीएसए कार्यालय और कुछ वित्त व लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा के माध्यम से ट्रेज़री के जरिए खातों में भेजा जाता हैं।