बदायूं: कर्मचारियों पर लिखी रिपोर्ट तो धरने पर बैठे नगर पालिका के कर्मचारी

सिटी मजिस्ट्रेट के आश्वासन पर भी नहीं माने कर्मचारी, जारी रखा धरना-प्रदर्शन

बदायूं: कर्मचारियों पर लिखी रिपोर्ट तो धरने पर बैठे नगर पालिका के कर्मचारी

बदायूं, अमृत विचार। नगर पालिका की अतिक्रमण हटाने वाली टीम पर हमले के विरोध में उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ और स्वायत्त शासन कर्मचारी महासंघ की ओर से नगर पालिका के सभी कर्मचारियों ने एक दिवसीय सांकेतिक धरना-प्रदर्शन किया। उन्होंने टीम पर दर्ज की गई रिपोर्ट निरस्त करने की मांग की। कार्यालय के कमरे बंद रहे। मौके पर पहुंचे प्रभारी सिटी मजिस्ट्रेट प्रवर्धन शर्मा ने संगठनों के पदाधिकारियों से बात की। जांच के बाद आगे की कार्रवाई का आश्वासन देते हुए कहा कि निर्दोष पर कार्रवाई नहीं होगी। लेकिन धरने पर बैठे कर्मचारी नहीं माने और धरना-प्रदर्शन जारी रखा। 

स्वायत्त शासन कर्मचारी महासंघ के शाखा अध्यक्ष सचिन सक्सेना ने बताया कि नगर पालिका परिषद द्वारा चयनित सिंग्लर गर्ल्स इंटर कॉलेज के पास वेंडिंग जोन पर अवैध रूप से कब्जा किया गया था। लोहे के चार खोखे और दो सेट रख दिए गए थे। सूचना मिलने पर नगर पालिका की टीम 29 दिसंबर 2023 को पहुंची थी। उन खोखो में ताले डलवा दिए थे लेकिन 21 अक्टूबर को सफाईनायक को ताले तोड़े जाने की सूचना मिली। तो टीम मौके पर पहुंची थी। जहां अतिक्रमण करने वाले व्यक्ति ने अभद्रता की और टीम पर ही झूठी रिपोर्ट दर्ज करा दी। उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संघ के नगर अध्यक्ष रमेश डी लाल बाल्मीकि ने कहा कि पालिका टीम बस अतिक्रमण हटाने गई थी। खोखों के सामने बांस को हटाने को कहा था। ऐसे में टीम से अभद्रता भी हुई और उनपर ही रिपोर्ट दर्ज कर ली गई। अतिक्रमण हटाने वाली टीम में शामिल अवर अभियंता कृष्ण गोपाल चंद्रा ने कहा कि नगर पालिका अतिक्रमण टीम के सदस्य मानचित्रकार शरीफ अहमद, बिल्डिंग क्लर्क नारायण दत्त शर्मा ने बस सामान हटाने को कहा था। तो सामने वाले व्यक्ति ने कहा कि वह किराया देता है। अपने और साथियों को बुलाकर टीम से अभद्रता की। वहां से न जाने पर झूठा मुकदमा लिखवाने तक की धमकी दी। अतिक्रमण हटाने गई टीम के सदस्यों पर रिपोर्ट दर्ज करा दी। जो पूरी तरह से गलत है। पहले जांच की जाती है उसके बाद ही कार्रवाई करनी चाहिए। इससे नगर पालिका के सभी कर्मचारी आक्रोशित हैं। कर्मचारी संगठनों ने डीएम और एसएसपी को ज्ञापन भेजकर मांग की कर्मचारियों पर दर्ज रिपोर्ट को स्पंज करना चाहिए। 

कार्रवाई नहीं हुई तो करेंगे बड़ा आंदोलन
सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो। ऐसा न होने पर बड़े स्तर पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। इस मौके पर सतीश कुमार, कृष्ण गोपाल चंद्रा, मोहम्मद तैय्यब, केशव गंगवार, राजीव मलिक, लवी सिंह, राजेंद्र सिंह, खालिद अली खां, सूर्य प्रकाश सक्सेना, नवेद इकबाल गनी, रजनेश चंद्र, परवेज अहमद, महेश बाबू, सुमित सिंह, अकील अहमद, मनोज सक्सेना, मनोज सोनकर, सुरेन्द्र, गुड्डन, अमरदीप, संदीप बाल्मीकि, अरूण बाल्मीकि, नैनील, राजकुमार आदि कर्मचारी मौजूद रहे।

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