हल्द्वानी: पंजाब में मिला लॉरेंस के गुर्गे का मोबाइल, सेंट्रल जेल में लिए बयान
सर्राफ से रंगदारी के मामले में तीन बार पटियाला और मोहाली के चक्कर काट चुकी थी पुलिस
हल्द्वानी, अमृत विचार। हाल ही में हल्द्वानी पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई में कुख्यात लॉरेंस विश्नोई गैंग के सदस्य सोनू कुमार का मोबाइल बरामद किया है। यह मोबाइल पंजाब के मोहाली स्थित डेराबस्सी थाने से जब्त किया गया, जिसमें रंगदारी मांगने का मामला शामिल है।
यह घटना 3 जुलाई 2024 को हुई थी, जब हल्द्वानी के सुरेश संस ज्वैलर्स के मालिक अंकुर अग्रवाल से एक लाख रुपये की रंगदारी की मांग की गई थी। आरोपी सोनू कुमार ने फोन के माध्यम से अंकुर को धमकी दी, जिसमें उसने खुद को सिद्धू मूसेवाला का हत्यारा बताते हुए धमकाया था कि यदि वह पैसे नहीं देगा, तो गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे। इस धमकी ने हल्द्वानी में व्यापारियों के बीच दहशत का माहौल पैदा कर दिया, जिससे उनकी सुरक्षा की चिंता बढ़ गई।
हल्द्वानी पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की। पुलिस ने जांच शुरू की और पहले ही दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिनमें मुरैना मध्य प्रदेश के देवेंद्र जाटव उर्फ रॉकी और हल्द्वानी के तल्ला गोरखपुर निवासी कैफे संचालक नागेंद्र सिंह चौहान शामिल थे। इन दोनों के माध्यम से पुलिस को सोनू कुमार के बारे में जानकारी मिली, जिस पर पूरी साजिश का मास्टरमाइंड होने का आरोप है।
पुलिस ने जानकारी जुटाने के लिए विभिन्न तकनीकी साधनों का उपयोग किया। पता चला कि सोनू कुमार अवैध हथियारों के एक मामले में पटियाला सेंट्रल जेल में बंद है। उसकी गिरफ्तारी ने पुलिस के लिए इस मामले को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हल्द्वानी पुलिस की इस कार्रवाई में अदालत की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही।
अदालत के आदेश पर ही पुलिस ने सोनू कुमार को आगामी सुनवाई के लिए हल्द्वानी लाने की प्रक्रिया शुरू की। पुलिस का मानना है कि यह कदम न केवल इस मामले को सुलझाने में मदद करेगा, बल्कि यह अन्य अपराधियों में भी भय पैदा करेगा। एसएसपी पीएन मीणा ने कहा कि हमने इस मामले को गंभीरता से लिया है और यह सुनिश्चित करेंगे कि ऐसे अपराधियों को बख्शा न जाए। लगातार संगठित अपराधों पर नजर रखेंगे और जरूरत पड़ने पर कठोर कदम उठाने के लिए तैयार हैं।
पंजाब में पुलिस टीम का दौरा
पुलिस उस मोबाइल को जब्त करने की लगातार कोशिश कर रही थी, जिससे सर्राफ को धमकी दी गई थी, लेकिन वह मोबाइल पंजाब में था। पुलिस मोबाइल हासिल करने के लिए पहले ही दो बार पंजाब के चक्कर काट चुकी थी, इस बार पुलिस ने पंजाब का तीसरा दौरा किया। प्राथमिकता थी कि वे सोनू कुमार का मोबाइल जब्त करें।
टीम ने डेराबस्सी थाने में जाकर मोबाइल को कब्जे में लिया। इसके बाद, पुलिस टीम पटियाला जेल पहुंची, जहां सोनू कुमार के बयान दर्ज किए गए। पुलिस ने इस मामले में सभी महत्वपूर्ण तथ्यों को इकट्ठा किया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि सोनू कुमार और उसके सहयोगी अन्य अपराधियों के साथ मिलकर संगठित अपराधों में लिप्त हैं।
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