सुलतानपुर: ट्रैक्टर ने बाइक सवार अधिवक्ता को कुचला, सड़क पर शव रख वकीलों ने लगाया जाम, रखी यह मांग
कादीपुर/सुलतानपुर, अमृत विचार। ट्रैक्टर के टक्कर मार देने से बाइक सवार अधिवक्ता की मौके पर मौत हो गई। घटनास्थल पर पहुंचे आक्रोशित अधिवक्ताओं ने कादीपुर-अखंड नगर मार्ग पर जाम लगा दिया। जिससे आवागमन बाधित रहा। एसडीएम के अधिवक्ताओं की मांगों को मानें जाने के उपरांत लगभग दो घंटे बाद मृतक का शव सड़क पर से उठाया गया। तब जाकर आवागमन चालू हुआ।
अखंड नगर थाने के पौधनरामपुर गांव के निवासी अधिवक्ता रामनारायण मौर्य (56) पुत्र राम चरण मौर्य अपने घर से बाइक से कादीपुर कचहरी में प्रैक्टिस करने के लिए आ रहे थे। वह बुधवार को सुबह लगभग 11 बजे जैसे ही अखंड नगर कादीपुर मार्ग पर चंदौली गांव के पास पहुंचे, तभी सामने से आ रहे ट्रैक्टर ने टक्कर मार दिया। जिससे घटनास्थल पर ही अधिवक्ता की मौत हो गई।
अधिवक्ता के मौत की सूचना मिलते ही बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश प्रताप शुक्ला, सचिव अखिलेश उपाध्याय अधिवक्ताओं के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। घटनास्थल पर जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियों के तत्काल न पहुंचने पर आक्रोशित अधिवक्ताओं ने जाम लगा दिया। प्रशासन विरोधी नारे लगाते हुए अधिवक्ता सड़क पर बैठ गए। जिससे जाम लग गया।
मौके पर पहुंचे एसडीएम उत्तम कुमार तिवारी, एसडीएम न्यायिक शिव प्रसाद, सीओ विनय गौतम, तहसीलदार घनश्याम भारती ने लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास किया, किंतु अधिवक्ता नहीं मानें। काफी मशक्कत के बाद अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री को संबोधित सात सूत्री मांग पत्र एसडीएम को सौंपा। मांग पत्र में की गई मांगों को स्वीकार करने के आश्वासन के बाद लगभग एक बजे जाम समाप्त हुआ, तब जाकर आवागमन चालू हो सका।
मांग पत्र में पीड़ित परिवार के मृतक आश्रितों को 50 लाख रुपए का मुआवजा दिलाए जाने एवं परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाने तथा मृतक की पत्नी के नाम पांच बीघा कृषि भूमि आवंटित किए जाने, मृतक के बच्चों को शिक्षा सहायता दिलाए जाने, मृतक के बच्चों की समय पर शादी का अनुदान दिलाए जाने, परिवार को सड़क दुर्घटना बीमा का लाभ दिलाने और मृतक के परिवार को सरकारी अनुग्रह राशि दिलाए जाने की मांग की गई है।
एसडीएम उत्तम कुमार तिवारी ने अधिवक्ताओं एवं परिजनों की मांग को स्वीकार करते हुए कहा कि तहसील के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी से चंदा वसूलकर मृतक के परिजनों को सहायता प्रदान की जाएगी। इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। समाचार भेजे जाने तक मृतक के परिवार जनों की तरफ से कोई तहरीर कोतवाली में नहीं दी गई थी।
अधिवक्ता के निधन पर मचा कोहराम
मृतक के परिवार में मृतक के वृद्ध पिता रामचरन, पत्नी मालती देवी एवं चार पुत्रियों हैं। बड़ी पुत्री गुंजन एवं दूसरी पुत्री कंचन शादीशुदा हैं तथा तीसरी पुत्री श्रद्धा पंचायत सहायक के पद पर कार्यरत हैं एवं अंतिम पुत्री आस्था प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही हैं। अधिवक्ता के निधन पर परिजनों में कोहराम मच गया है। पत्नी एवं उनकी पुत्री का रो-रो कर बुरा हाल है।
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