बरेली : रजा मुराद ने दर्शकों को हंसाया तो दिल्ली-मुंबई के कलाकारों ने झूमने को मजबूर किया

तीन दिवसीय 44 वें वाल्मीकि सद्भावना मेले का रंगारंग कार्यक्रमों के साथ समापन

बरेली : रजा मुराद ने दर्शकों को हंसाया तो दिल्ली-मुंबई के कलाकारों ने झूमने को मजबूर किया

बरेली, अमृत विचार। माधोबाड़ी नई बस्ती में आयोजित तीन दिवसीय 44 वें वाल्मीकि सद्भावना मेले का शुक्रवार रात रंगारंग कार्यक्रमों के साथ समापन हो गया। इस मौके पर आयोजित स्टार नाइट में अभिनेता रजा मुराद ने अपने डायलॉग और दमदार अदाकारी से दर्शकों को हंसाया। जब कवियों ने मंच संभाला तो देर रात तक मेला दर्शकों की तालियों से गूंजता रहा।

मेले के तीसरे दिन कार्यक्रम का उद्घाटन मेयर डाॅ. उमेश गौतम ने किया। रंगारंग कार्यक्रम की शुरुआत जे पी म्युजिकल ग्रुप के ऑर्गेनाइजर आशीष जौहरी ने की। दिल्ली से आए कलाकारों ने गीत संगीत की प्रस्तुतियों से समा बांध दिया।

मुम्बई से आए डांस ग्रुप ने नृत्य प्रस्तुति से दर्शकों का मनोरंजन किया। फैशन शो में दिल्ली, चंडीगढ़ और मुम्बई से आए मॉडलों ने अनेक थीम पर रंग बिरंगे आकर्षक भारतीय परिधान पहनकर रैंप वॉक किया। मेले में फेस इन क्राउड नेहा को चुना गया। सास बहू प्रतियोगिता में श्रेष्ठ सास शोभा देवी और बहू प्रीति को चुना गया। आयोजन समिति के मनोज थपलियाल, दक्ष शर्मा पाराशर, राजेन्द्र गुप्ता, आकाश पुष्कर, सुनील दत्त, विकास महर्षि, तरुण गंगवार, आशीष जौहरी, योगेश बंटी, बंटी सिंह, विक्रम सिंह, अनिल नायर, आशीष जौहरी, रूपेश कुमार, राकेश कुमार, अरविंद वाल्मीकि, अंशु आर्या, अतुल वाल्मीकि, संजीव सिंह, सौरव कठेरिया आदि उपस्थित रहे।

बगुला भगत बने फिरते नेता हिंदुस्तान के...

बरेली : सद्भावना मेले में देर रात हुए अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में हाथरस के कवि सबरस मुरसानी ने कहा- राम भक्ति में रमे, भूले सुबह और शाम, पूरी दुनिया मान गई जो किये काम, तुमने वाल्मीकि रामायण रचकर, घर-घर में पहुंचा दिए प्रभु श्री राम। कासगंज के हास्य कवि देवेंद्र दीक्षित शूल ने कहा- पत्नी ने पति को प्यार भरा संबोधन दिया, पिया पिया, पति ने आदेश मानते हुए परिपालन किया और मयखाने पहुंच एक अद्धा गटक लिया। संचालन करते हुए कवि रोहित राकेश ने कहा- बगुला भगत बने फिरते नेता हिंदुस्तान के, कुटिल चाल चलने वाले यह पात्र नहीं सम्मान के..., पूरनपुर की शायरा सुल्तान जहां ने कहा- इश्क करना या आशिकी करना, सब है बर्बाद जिंदगी करना... कवि निर्दोष कुमार ने भी रचना प्रस्तुत की। अध्यक्षता करते हुए साहित्यकार निरुपमा अग्रवाल ने कहा कि हम दीये हैं, पथ आलोकित किया, श्री राम के लिए अयोध्या में।

विश्व शांति के लिए तीसरे दिन भी हवन किया
हरिद्वार से आए बाबा ब्रह्मदास ने तीसरे दिन शुक्रवार सुबह विश्व शांति एवं बंधुत्व के लिए हवन किया। कीर्तन एवं वाल्मीकि रामायण का पाठ किया गया।