हल्द्वानी: बैंक खाते से खुला राज, विदेशों से जुड़े हैं नकली नोटों के तार

हल्द्वानी: बैंक खाते से खुला राज, विदेशों से जुड़े हैं नकली नोटों के तार

हल्द्वानी, अमृत विचार। ​नकली नोटों के गैंग का स्थानीय सरगना तो पुलिस के हत्थे चढ़ गया, लेकिन सामने ये आया कि नकली नोटों के तार विदेशों से जुड़े हैं। माना जा रहा है कि इन सबके पीछे पाकिस्तान का हाथ है। पाकिस्तान से नकली नोटों की खेप नेपाल और बांग्लादेश के रास्ते पश्चिम बंगाल पहुंचाई जाती है।

अर्थव्यवस्था को कमजोर करने के लिए पश्चिम बंगाल से नकली नोटों की खेप शिवम जैसे स्थानीय सरगना के जरिये भारत के कोने-कोने में पहुंचाई जाती है। नकली नोटों के खेल का भंडाफोड़ शिवम के उस बैंक खाते से हुआ, जिसे भारत सरकार की एजेंसी ने फ्रीज किया था। इस खाते में हर माह करीब एक करोड़ रुपये के लेन-देन की बात सामने आई है, जो शिवम की क्षमता से बहुत ज्यादा है।  

पुलिस के मुताबिक शिवम ने बैंक में एक अज्ञात चालू (करंट) खाता खुलवाया था। इस खाते में हर महीने करीब एक करोड़ रुपये का लेन-देन हो रहा था। इस पर जब बैंक की नजर पड़ी तो सूचना भारत सरकार की एजेंसी को दी गई। चूंकि शिवम के पास ऐसा कोई काम नहीं था, जिसके जरिये इतना बड़ा लेन-देन जायज ठहराया जाता। जिसके बाद खाते को फ्रीज कर दिया गया। खाता क्यों फ्रीज किया गया, इसकी भनक शिवम को नहीं थी। उल्टा शिवम खाता दोबारा चालू कराने के लिए बैंक के चक्कर लगा रहा था। 

खाते के जरिये साइबर फ्रॉड और क्रिप्टो करेंसी से लेनदेन की बात सामने आई। आशंका जताई जा रही है कि इस खाते से हो रहे लेन-देन का लिंक विदेशों से भी जुड़ा हैं। बैंक अधिकारियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने जाल बिछाया। शिवम अपने साथियों के साथ खाता खुलवाने के लिए बैंक पहुंचा तो पुलिस ने उसे धर दबोचा। उसकी कार की तलाशी ली गई तो कार से 500-500 रुपये के नकली नोट मिले।

पुलिस ने गिनती की तो यह 9 हजार रुपये थे। जिसके बाद पुलिस ने शिवम को गिरफ्तार कर लिया। जब पूछताछ हुई तो नकली नोटों के गैंग का लिंक एक के बाद एक सामने आने लगा। नकली नोटों के खेल के पीछे बड़े खेल की आशंका सामने आई तो पुलिस ने इसकी सूचना इंटेलीजेंस ब्यूरो को दी। अब आईबी अपनी जांच की शुरुआत पश्चिम बंगाल से कर सकती है। सफलता पाने वाली पुलिस टीम में सीओ नितिन लोहनी, लालकुआं कोतवाल डीआर वर्मा, एसएसआई हरेन्द्र सिंह नेगी, एसएसआई दीपक सिंह बिष्ट, बिंदुखत्ता चौकी प्रभारी सोमेन्द्र सिंह, हल्दूचौड़ चौकी प्रभारी गौरव जोशी, हेड कांस्टेबल त्रिलोक सिंह रौतेला, पूरन सिंह रायपा, कांस्टेबल गुरमेज सिंह, चन्द्र शेखर, कमल बिष्ट, जितेन्द्र सिंह बिष्ट, संजय कुमार, अनिल शर्मा थे।

आशिफ और मौज्जम पर थी खेप लाने की जिम्मेदारी
बरेली के रहने वाले आ​शिफ अंसारी और सैय्यद मौज्जम अली पर पश्चिम बंगाल से नोटों की खेप उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड लाने की जिम्मेदारी थी। दोनों कई बार नोटों की खेप लेने पश्चिम बंगाल गये थे। पश्चिम बंगाल में ये किसके पास जाते थे, पुलिस अब इसकी जांच कर रही है। तीन लाख रुपये तो पुलिस ने बरामद कर लिए हैं। बताया जा रहा है कि ये अब तक करोड़ों की नकली करेंसी बाजार में खपा चुके हैं। संजय नगर हाथीखाना लालकुआं निवासी अली मोहम्मद इनके संपर्क में आया तो वह भी नोटों की खेप लेने पश्चिम बंगाल आने-जाने लगा।

कमिशन लेकर बाजार में बेचते थे नकली नोट
पश्चिम बंगाल से नकली नोट खरीदने के लिए कुल नकली करेंसी के एक तिहाई के बराबर असली करेंसी देनी होती थी। यानि शातिरों ने अगर डेढ़ लाख रुपये की नकली करेंसी खरीदी तो बदले में 50 हजार रुपये की असली करेंसी देनी होती थी। पश्चिम बंगाल से खेप उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड लाने के बाद शातिर न सिर्फ अपने खर्चे चलाते थे, बल्कि नोटों को आगे भी बेचते थे। जांच में सामने आया कि यदि उत्तराखंड या उत्तर प्रदेश में कोई इनसे नकली नोट खरीदता था तो एक तिहाई के अलावा ये एक लाख रुपये पर 10 हजार रुपये का अतिरिक्त कमीशन लेते थे। 

हूबहू असली जैसा नकली, ऐसे पकड़ में आई करेंसी
पुलिस ने आरोपियों के पास से जो नकली नोट बरामद किए हैं, उन्हें खुली आंखों से पकड़ पाना लगभग नामुमकिन है। हालांकि पुलिस का दावा है कि नोट गिनने वाली मशीन को यह नोट चकमा नहीं दे सकते। नकली नोटों का कागज बिल्कुल असली नोट के जैसा है। उस पर इस्तेमाल स्याही, नोट पर उभरे अक्षर वैसे ही हैं, जैसे असली नोट में होते हैं। यही वजह है कि नकली नोट का खेल लंबे समय से आरोपी खेल रहे थे और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी। नोट में सिर्फ एक खामी थी और वो नोटों के सीरीज नंबर थे। यानि एक गड्डी में जितने भी नोट होते थे, वह सारे के सारे एक ही सीरीज नंबर के होते थे। इन्हीं नंबरों की वजह से नोटों के नकली होने की पहचान हुई। 

यह भी पढ़ें - हल्द्वानी: खनन से इस छमाही रिकॉर्ड आमदनी, 456.63 करोड़ की हुई आय

ताजा समाचार

कानपुर देहात में टायर फटने से अनियंत्रित ट्रक ने आटो में मारी टक्कर: छह घायल...हादसे के बाद ट्रक चालक फरार
भारतीय गेंदबाजों का सामना करने के लिए बेताब हैं सैम कोंस्टस, बोले- मैं बस गेंद के हिसाब से खेलूंगा...
अयोध्या: कबाड़ कारोबारियों ने सड़क पर कर रखा है कब्जा, आवागमन में परेशानी
कन्नौज में बच्ची से दुष्कर्म के दोषी को 30 साल की जेल: चार साल पहले मासूम के साथ हुई थी घटना, कोर्ट ने जुर्माना भी लगाया
Vijay Hazare : 45 गेंद पर नाबाद 115 रन...लिस्ट ए क्रिकेट में सबसे तेज शतक जड़ने वाले भारतीय बने अनमोलप्रीत
कासगंज: रात को पिता और भाई से हुआ झगड़ा, सुबह चारपाई पर मिला युवक का शव