बरेली:बिजली विभाग में और ज्यादा तेजी से दौड़ा रिश्वतखोरी का मीटर
खराब मीटर नहीं बदला, बिजली चोरी का आरोप लगाकर वसूले 80 हजार
बरेली, अमृत विचार। मीरगंज में बिजली विभाग के अधिकारियों ने प्रार्थनापत्र देने के बावजूद घर का खराब मीटर तो नहीं बदलवाया, उल्टे चेकिंग करने पहुंच गए। बिजली चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने के साथ चार लाख का जुर्माना डालने की धमकी देकर घर के मालिक के होश उड़ा दिए और फिर 80 हजार रुपये की रिश्वत वसूल ली। सड़क किनारे पान का खोखा रखकर परिवार का पेट भरने वाले इस शख्स ने रिश्वत के लेनदेन का ऑडियो सार्वजनिक कर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है। चेतावनी दी है कि कार्रवाई न हुई तो वह आत्मदाह कर लेगा।
बिजली विभाग में रिश्वतखोरी के कई मामलों में कार्रवाई होने के बावजूद उनकी रफ्तार कम नहीं हो रही है। मीरगंज के राजेंद्रनगर मोहल्ले में रहने वाले हेमराज ताजा शिकार बने हैं जिन्होंने सोमवार को मुख्य अभियंता से शिकायत की है। उन्होंने कहा है कि उनके घर पर लगा बिजली का मीटर खराब हो गया था। उन्होंने इस बारे में लिखित शिकायत की लेकिन विभाग की ओर से मीटर नहीं बदला गया। इसके बजाय 10 अक्टूबर को एसडीओ मीरगंज निखिल जायसवाल, जेई करुणेश मिश्रा, टीजी टू प्रशांत और लाइनमैन रियाज समेत कई लोग उनके घर चेकिंग करने पहुंच गए। मीटर देखने के बाद बिजली विभाग की टीम ने उन पर बिजली चोरी का आरोप लगाया और उनकी लाइन काट दी।हेमराज के अनुसार उन्होंने एसडीओ को मीटर बदलने के लिए दी गई एप्लीकेशन की कॉपी दिखाई लेकिन इसके बावजूद उन्होंने उनकी एक नहीं सुनी। बिजली विभाग की टीम ने उनके घर का वीडियो बनाने के साथ चेकिंग रिपोर्ट भी भर ली। जाते समय एसडीओ उनसे जेई से मिलने की बात कह गए। वह जेई से मिले तो उसने बताया कि बिजली चोरी की रिपोर्ट दर्ज तो होगी ही, उन पर चार लाख रुपये का जुर्माना भी पड़ेगा। जेई ने मामला निपटाने के लिए उनसे एक लाख रुपये की मांग की। उन्होंने उसे एक बार 50 हजार और दूसरी बार में 30 हजार रुपये दिए। इस रकम के लेनदेन की जेई से हुई बातचीत को रिकॉर्ड भी कर लिया।
जहां मिली गड़बड़ी वहां ऐंठी रकम
हेमराज ने शिकायत में कहा है कि बिजली विभाग की टीम ने उनके घर के साथ मोहल्ले में कई और जगह चेकिंग की। जहां भी गड़बड़ी मिली, वहां पैसे लेकर मामले को रफादफा कर दिया। मुख्य अभियंता रणविजय सिंह से की शिकायत में हेमराज ने कहा है कि वह पान का खोखा चलाकर परिवार के साथ जीवनयापन कर रहे हैं। अधिकारियों के धमकाने के बाद घबराकर उसने 80 हजार रुपये की रिश्वत तो दे दी लेकिन इससे उसके परिवार का भविष्य दांव पर लग गया है। हेमराज ने कहा है कि अगर उन्हें इंसाफ न मिला तो वह अपनी जान दे देंगे जिसके लिए बिजली विभाग के अधिकारी जिम्मेदार होंगे।
जानिए क्या बोले विभाग के अधिकारी
अधीक्षण अभियंता ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद जांच कराई जा रही है। अगर आरोप सही पाए गए तो संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं एसडीओ मीरगंज निखिल जायसवाल ने बताया कि उपभोक्ता का मीटर बाईपास था। एफआईआर लिखी जा रही थी तभी उसने कागज दिखाकर बताया कि उसने मीटर खराब होने की पहले ही एप्लिकेशन दे रखी है। अब मीटर विभाग को उपभोक्ता का मीटर बदलने को कहा है। पैसे लेने का आरोप निराधार है।