कानपुर: नेत्र सर्जन से प्रताड़ित महिला जेआर बोलीं- सुरक्षित नहीं हूं, इसलिए शहर छोड़ रही  

डॉ.केएन कटियार के तुंरत थाने से छुटने पर जीएसवीएम की छात्रा ने छोड़ा शहर 

कानपुर: नेत्र सर्जन से प्रताड़ित महिला जेआर बोलीं- सुरक्षित नहीं हूं, इसलिए शहर छोड़ रही  

कानपुर, अमृत विचार। उर्सला अस्पताल के डॉ.केएन कटियार पर जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की महिला डॉक्टर (जेआर) ने एक साल से पीछा करने, छेड़छाड़ व तेजाब डालने की धमकी देने का आरोप लगाकर स्वरूप थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने आरोपी डॉक्टर को बुधवार घर से पकड़ा था, लेकिन फिल्मी स्टाइल की तरह वह थाने से ही कुछ देर बाद छूट गए। जानकारी होने पर पीड़िता ने एचओडी को पत्र लिख खुद को असुरक्षित महसूस होने की बात कही और डर के कारण उसने परिवार समेत कुछ दिन के लिए शहर छोड़ दिया है। 

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की महिला डॉक्टर (जूनियर रेजीडेंट) ने चार अक्टूबर को स्वरूप नगर थाने में उर्सला अस्पताल के नेत्र रोग सर्जन डॉ.केएन कटियार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। आरोप है कि तैनाती के ही समय से डॉ.केएन कटियार एक वर्ष से पीछा करके परेशान कर रहा है। आरोपी के खिलाफ थाने में प्रार्थना पत्र दिया तो वह माफी मांगकर शांत हो गया। लेकिन इसके कुछ दिन बाद अंजान नंबर से फोन कर डॉक्टर ने छेड़छाड़ की, कहा कि तुम मेरी नहीं हुई तो किसी और का भी नहीं होने दूंगा। तुम्हें भी मार दूंगा और तुम्हारे पति को भी। तुम्हारे चेहरे पर तेजाब डाल दूंगा, जिससे तुम्हारा पति तुम्हें छोड़ देगा। 

डॉक्टर की धमकी से परेशान महिला जूनियर डॉक्टर खुद को छात्रावास और छात्रावास के बाहर खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। मामले में स्वरूप नगर पुलिस ने नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ.केएन कटियार को खिलाफ गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर बुधवार को गिरफ्तार किया और करीब पांच घंटे बाद ही उसे जमानत मिल गई। डॉक्टर के पकड़े जाने के बाद कुछ समय बाद थाने से ही छूटने पर मेडिकल छात्रा व उसके परिवार के लोग दहशत में है। 

महिला डॉक्टर ने जीएसवीएम की नेत्र रोग विभागाध्यक्ष प्रो. शालिनी मोहन को पत्र लिखकर खुद को शहर में असुरक्षित बताते हुए 15 दिनों की छुट्टी ली है। डॉ.शालिनी मोहन ने बताया कि पीड़िता काफी ज्यादा परेशान थी। उनके पति का भी फोन आया था। वो लोग काफी ज्यादा डरे हुए हैं। उनको लग रहा है कि आरोपी नेत्र सर्जन पहले उनको जान-माल की धमकी दे चुका है, अब छूटकर गया तो और परेशान न करे। इसलिए पीड़िता छुट्टी लेकर शहर से बाहर चली गई है। वहीं, मामले की जानकारी प्राचार्य प्रो. संजय काला को भी अवगत करा दी गई है। 

वकील के मुताबिक ठीक नहीं मानसिक स्थिति 
स्वरूप नगर पुलिस ने आरोपी डॉक्टर को उसके घर से गिरफ्तार किया था। आरोपी डॉक्टर को थाने भी लाया गया। लेकिन इसके कुछ ही देर बाद डॉक्टर के घरवाले एक वकील को लेकर थाने पहुंचे। यहां वकील ने जमानत के पेपर दिखाएं। वकील ने कोर्ट में डॉक्टर की मानसिक स्थिति ठीक न होने और बीमारी का हवाला दिया है। इसके बाद आरोपी को जमानत पर रिहा किया गया। 

ये था मामला 
महिला डॉक्टर के मुताबिक जिला अस्पताल यूएचएम (उर्सला) में नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. केएन कटियार के अंडर में 2023 में इंटर्नशिप कर रही थी। उसी दौरान मुलाकात हुई थी। उसके बाद से वह परेशान करने लगा। कई बार विरोध किया तो डांटा भी। वह कॉल करके या वॉट्सऐप पर मैसेज करके परेशान करता और मिलने का दबाव बनाता था। ब्लॉक करने पर वह 8 अगस्त को नशे में धुत होकर जीएसवीएम हॉस्टल आ गया था। गाली-गलौज कर वह कमरे का दरवाजा पीटने लगा था और साथ ही मारने की धमकी भी दी। गार्ड ने डॉक्टर को वहां से निकाला था, जिसक संबंध में स्वरूप नगर थाने में तहरीर दी थी, लेकिन डॉक्टर के माफी मांगने पर उसे छोड़ दिया गया था। दोबारा परेशान करने पर एफआईआर हुई।

ये भी पढ़ें- औरैया: 5 वर्ष पहले फांसी की सजा पाए हत्यारे की सजा उम्रकैद में बदली, घर में घुसकर किशोरी की गोली मारकर की थी हत्या 

ताजा समाचार

दूसरे का प्लॉट दिखाकर कारोबारी से ठगे 16.78 लाख रुपये : रजिस्ट्रार कार्यालय से पता चली हकीकत
प्रयागराज: संभल हिंसा की जांच के लिए सेवानिवृत न्यायाधीश की अध्यक्षता में SIT का गठन करने की मांग
पीलीभीत: इससे अच्छे तो गांव! नगर पंचायत बनने के बाद भी नौगवां पकड़िया में बदहाली कायम
Kanpur: हैलट अस्पताल के दो डॉक्टरों समेत 21 लोगों पर एफआईआर दर्ज, कोर्ट के आदेश पर हुई कार्रवाई
अयोध्या में पुलिस की बड़ी कार्रवाई,  90 दुकानों का हुआ चालान.. 70 ई-रिक्शा पाये गये बाहरी
पीलीभीत: अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार की मौत, काम निपटाकर लौटते वक्त हुआ हादसा