रईस ने स्थापित कराई मां दुर्गा की प्रतिमा,चारों ओर चर्चा
-प्रतिदिन हो रही विधि-विधान से पूजा, डीएम की अनुमति से मिली ताकत
बाराबंकी: अमृत विचार। गंगा, जमुनी तहजीब का उत्कृष्ट उदाहरण क्षेत्र में देखने को मिला है। जहां मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा को स्थापित कर आपसी सौहार्द का बेमिसाल उदाहरण प्रस्तुत किया। जिसकी चारों ओर चर्चा हो रही हैं और लोग इसे दोनों समुदायों की एकता का संदेश बता रहे हैं।
क्षेत्र के झाऊ का पुरवा मजरे रोहना मीरापुर गांव में रईस अहमद निवासी रसूलपुर मजरे सिधियांवा गांव के रहने वाले हैं। जो गांव से सटे झाऊ का पुरवा गांव में 15 वर्ष पूर्व गांव के सहयोग से हनुमान जी का मन्दिर स्थापित कराया था। इस बार रईस ने हनुमान मन्दिर में नवरात्रि को लेकर मां दुर्गा की पूजा कार्यक्रम की अनुमति जिलाधिकारी से मांगी। जिस पर जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने उपजिलाधिकारी हैदरगढ़ को निर्देशित करते हुए जांच पड़ताल कर अनुमति देने की बात कही।
अनुमति मिलने पर रईस ने मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा लाकर हनुमान मंदिर में पूजा-पाठ के साथ स्थापित कराया। जहां पिछले एक हफ्ते से दुर्गा पूजन का कार्यक्रम कराया जा रहा हैं। बुधवार को नेत्र पूजन का कार्यक्रम सम्पन्न कराया गया। रईस ने बताया कि पूजा पाठ का कार्यक्रम मन्दिर के पुजारी हरिप्रसाद के निगरानी में सम्पन्न होता है। साथ ही समिति के अन्य सदस्य अमित ओझा, अविनाश ओझा, रामधन रावत व ग्रामवासी पूजा अर्चना में सम्मलित होते हैं। उन्होने कहा कि मेरे अन्दर स्वत: यह विचार उत्पन्न हुआ कि मां की पूजा अर्चना कराई जाए। इससे गांव, समाज और देश सभी का कल्याण होगा। रईस के इस प्रयास की आज चारों ओर चर्चा हो रही है