अयोध्या: फर्जी बिलों के आधार पर कर दिया गया 51,3624 का भुगतान, सोशल आडिट टीम संदेह के घेरे में
पूराबाजार की ग्राम पंचायत खानपुर का मामला, आठ फर्जी बिलों के नाम पर हुआ खेल
सुरेश दूबे/पूराबाजार (अयोध्या) , अमृत विचार। पूराबाजार ब्लाक की ग्राम पंचायतों में अनियमितता का खेल अब उजागर होने लगा है। एक के बाद एक कारनामें सामने आ रहे हैं। तीन पंचायतों के बाद अब चौथी पंचायत में फर्जी बिलों के आधार पर 51,3624 के भुगतान का मामला सामने आया है।
ग्राम पंचायतों में विकास कार्यों के नाम पर भ्रष्टाचार का बड़ा मामला उजागर हुआ है। कच्चे और फर्जी बिलों के जरिए प्रधान और सचिव मिलकर लाखों रुपये का घोटाला कर रहे हैं। विकास कार्यों के लिए निर्धारित धनराशि को फिक्स कमीशन पर सप्लायर्स को भुगतान किया जा रहा है, जबकि कोई वास्तविक निर्माण कार्य धरातल पर नहीं हो रहा है। खानपुर ग्राम पंचायत में हुए एक बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है, जहां 8 बिलों के जरिए लाखों रुपये का भुगतान किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार बिना प्रधान व सचिव के हस्ताक्षर व बिना किसी स्वीकृति के 513,624 रुपये का भुगतान किया गया। इस फर्जीवाड़े में सोशल ऑडिट करने वाले अधिकारी भी शक के घेरे में हैं। जिन्होंने ऑडिट के बावजूद अनियमितताओं को नजरअंदाज कर दिया।
फर्जी बिलों से हो रही लूट सप्लायर्स द्वारा निर्माण सामग्री जैसे गिट्टी, रेत, और ईंट के फर्जी बिल जमा किए जा रहे हैं। इन बिलों के आधार पर लाखों रुपये सप्लायर्स के खातों में ट्रांसफर कर दिए गए। स्थानीय प्रशासन और जीएसटी विभाग की अनदेखी भी की गई है। इससे पहले ग्राम पंचायत जलालुद्दीन नगर व अंजना में इसी तरह के मामले का खुलासा हुआ है जिसकी जांच चल रही है। इस मामले में एडीओ पंचायत पूरा बाजार रवींद्र वर्मा ने कहा कि बिना प्रधान और सचिव के हस्ताक्षर वाला कोई भी भुगतान अवैध है। उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में आया है जांच की जा रही है।
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