मुरादाबाद : संभागीय परिवहन विभाग के कक्षों में प्राइवेट लोगों का कब्जा
आरटीओ व एआरटीओ के कोड से अप्रूवल करने का कार्य कर रहे संविदाकर्मी व निजी स्तर पर रखे कर्मचारी
मुरादाबाद,अमृत विचार। संभागीय परिवहन विभाग में फिर से प्राइवेट लोगों का कब्जा है। सरकार और परिवहन मंत्री के निजी कर्मचारी या दलालों के प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित करने के निर्देश को संभागीय परिवहन विभाग के जिम्मेदारों ने ताक पर रख दिया। पिछले दिनों अन्य जिलों में प्राइवेट लोगों और दलालों की धर पकड़ के जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला स्तरीय अधिकारियों ने छापेमारी की थी। मुरादाबाद के संभागीय परिवहन कार्यालय में एडीएम वित्त एवं राजस्व ने छापेमारी की थी, हालांकि उस समय कोई प्राइवेट कर्मचारी और बाहर बैठने वाले दलाल नहीं मिले थे। अब विभाग में पुरानी व्यवस्था फिर पनप रही है।
शनिवार की दोपहर 2 बजे के बाद संभागीय परिवहन विभाग के कार्यालय में आरटीओ और एआरटीओ अपने कक्ष में मौजूद नहीं थे। सर्वर रूम में सबसे महत्वपूर्ण कार्यों में वाहनों के परमिट एनओसी और अन्य वाहनों के अप्रूवल देने का कार्य किया जा रहा था। रोजमर्रा में विभाग को निजी संस्था से मिले डेटा वेस एडमिनिस्ट्रेशन (डीवीए) इस कार्य को करता है।
इसके लिए विभाग के एआरटीओ अपना कोड भी डीवीए को देते हैं। बाद में ओटीपी कोड अधिकारियों के फोन पर आता है वो डीवीए को बताते हैं। लेकिन शनिवार को डीवीए भी अपनी सीट पर नहीं था। वहां 2 निजी कर्मचारी कार्य कर रहे थे। वाहन स्वामियों से सौदेबाजी की जा रही थी। वहीं यात्री कर शाखा में भी निजी तौर पर रखे गए कर्मचारी कार्य करते मिले। लेखाकार कक्ष में अभिलेखों का रखरखाव भी बाहरी कर्मचारी कर रहे थे। प्रवर्तन शाखा में भी यही नजारा देखने को मिला।हालांकि विभाग के अधिकारी निजी कर्मचारियों के कक्ष में होने की बात से खुद को अनजान बता रहे हैं।
विभाग में प्राइवेट कर्मचारी काम नहीं कर रहे हैं। जो कर रहे थे पिछले दिनों हुई छापेमारी कार्रवाई के बाद सब चले गए हैं। फिर भी अगर कोई अधिकारी निजी कर्मचारी से कार्य ले रहा है तो कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई के साथ अधिकारी पर भी विभागीय कार्रवाई की जाएगी।-राजेश सिंह, संभागीय परिवहन अधिकारी
ये भी पढ़ें : मुरादाबाद : दिल्ली-मुंबई की बचेगी दौड़, क्रेस्ट गैलेक्सी कैंसर इंस्टिट्यूट में मिलेगा उचित उपचार