बदायूं: झोलाछाप की दवा खाकर चली गई पांच साल के मासूम की जान, परिजनों का हंगामा

बुखार आने पर बालक को झोलाछाप के पास ले गए थे परिजन

बदायूं: झोलाछाप की दवा खाकर चली गई पांच साल के मासूम की जान, परिजनों का हंगामा

मुजरिया, अमृत विचार। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते एक और मौत हो गई। बुखार आने पर एक बालक को उसके परिजनों ने गांव के झोलाछाप को दिखाया। झोलाछाप ने बालक को दवा दी। दवा खाने के बाद रात में बालक की हालत बिगड़ गई। परिजन उसे बिल्सी के चिकित्सक के पास ले गए। जहां चिकित्सक ने बालक को मृत घोषित कर दिया। परिवार शव गांव ले गए। झोलाछाप पर आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर डायल 112 पुलिस पहुंची। उपनिरीक्षक बृजपाल सिंह मौके पर पहुंचे। चार घंटे हंगामे के बाद बालक के परिजन और झोलाछाप के बीच समझौता हो गया। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया। लोगों का कहना है कि मुजरिया क्षेत्र में लगभग एक दर्जन झोलाछाप दुकानें खोलकर बैठे हैं।

मुजरिया थाना क्षेत्र के गांव कौल्हाई निवासी बंटू के पांच साल के बेटे आकाश को बुखार आ रहा था। दो अक्टूबर को उसे तेज बुखार आया बंटू ने गांव में दुकान खोलकर बैठे झोलाछाप से दवा दिलाई। रात को परिजनों ने आकाश को झोलाछाप की दी हुई दवा खिलाई। जिसके बाद आकाश की तबीयत खराब हो गई। वह बेसुध हो गया। रात में ही परिजन उसे निजी अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सक ने उसे बाहर ले जाने को कहा। परिजन आकाश को बिल्सी के चिकित्सक के पास ले गए। जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजन शव गांव ले आए। हंगामा करते हुए झोलाछाप पर कार्रवाई की मांग करने लगे। डायल 112 पर पुलिस को सूचित किया। उपनिरीक्षक गांव पहुंचे। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजने की तैयारी कर रहे थे लेकिन परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। परिजन और झोलाछाप में समझौता हो गया। देर शाम तक समझौता के अनुसार परिजनों को रकम नहीं मिली। परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार नहीं किया है। उनका कहना है कि रकम मिलने के बाद भी अंतिम संस्कार करेंगे। जिसके बाद पुलिस गांव से लौट गई।