ट्रेनिंग से लौट रहे बाइक सवार दरोगा की चीनी मांझे से कटी गर्दन : तमाशबीन लोग बनाते रहे वीडियो, वीआईपी रोड की घटना

होमगार्ड ने पहुंचाया अस्पताल, इलाज के बाद भेजा घर, एडीजी जोन लखनऊ कार्यालय में तैनात है दरोगा

 ट्रेनिंग से लौट रहे बाइक सवार दरोगा की चीनी मांझे से कटी गर्दन :  तमाशबीन लोग बनाते रहे वीडियो, वीआईपी रोड की घटना

अमृत विचार,  लखनऊ। वीआईपी रोड पर बुधवार दोपहर ट्रेनिंग कर लौट रहे उपनिरीक्षक के गले में चीनी मांझा फंस गया। जब तक वह बाइक रोकते, मांझे की धार से गर्दन कट गई। पीछे से आ रहे होमगार्ड ने आनन फानन में घायल उपनिरीक्षक को लोकबंधु अस्पताल पहुंचाया। परिवार को सूचना दी। चार टांके लगाने के बाद डॉक्टरों ने घायल को छुट्टी दे दी।

इंस्पेक्टर पीके सिंह ने बताया की एडीजी जोन लखनऊ कार्यालय में तैनात 54 वर्षीय उपनिरीक्षक आसिफ अली कृष्णानगर कोतवाली परिसर में टाइप टू आवास में परिवार संग रहते हैं। वर्तमान में उनकी बाराबंकी में ट्रेनिंग चल रही है। बुधवार दोपहर करीब 3:00 बजे ट्रेनिंग से अपनी मोटरसाइकिल से घर लौट रहे थे। जैसे ही वे वीआईपी रोड स्थित पकरी पुल के पास पहुंचे, तभी मांझा उनकी गर्दन को रेतता हुआ निकल गया। किसी तरह खुद को संभालते हुए बाइक रोकी। गर्दन कटने से खून की धार बहने लगी। एसआई को घायल देख मदद के बजाए लोग वीडियो बनाने लगे। इसी बीच पकरी पुल ट्रैफिक प्वाइंट से ड्यूटी कर लौट रहे होमगार्ड सुमित यादव और विकास तिवारी ने भीड़ देखी तो रुके। आनन-फानन में होमगार्ड ने घायल आसिफ को बाइक पर बैठाकर लोकबंधु अस्पताल लेकर पहुंचे। एसआई की गर्दन में चार टांके लगे हैं। इलाज के बाद उन्हें घर भेज दिया गया है।

2017 से प्रतिबंधित है चीनी मांझा

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने चीनी मांझे के निर्माण व इस्तेमाल पर 11 जुलाई 2017 को ही प्रतिबंध लगा दिया था। साथ ही आदेश में कहा था कि चीनी मांझे की बिक्री व उसका प्रयोग कानूनन अपराध है। इससे आसमान में पक्षियों और जमीन पर लोगों की जान का खतरा है। प्रतिबंध के बावजूद अवैध रूप से इसकी बिक्री और इस्तेमाल जारी है।

पुराने शहर में चोरी-छिपे बिकता है चीनी मांझा

सूत्रों की माने तो अकबरी गेट, वजीरबाग और हुसैनगंज समेत कई इलाकों में चीनी मांझे की बिक्री चोरी-छिपे हो रही है। नायलॉन के धागे पर कांच की कोटिंग के बाद यह मांझा तैयार होता है। इसे काटने के लिए कैंची का इस्तेमाल करना पड़ता है। जबकि सामान्य मांझा आसानी से टूट जाता है। सामान्य मांझा चीनी मांझे से महंगा भी होता है।

पहले भी हुए हैं चीनी मांझे से हादसे
  • 28 जुलाई : विधानभवन के पास लॉन्ड्री संचालक दिलीप कनौजिया की मांझे से कटी गर्दन।
  •  16 जून : चौक में चीनी मांझे से गर्दन कटने से सुधाकर की मौत।
  • 10 जून : ठाकुरगंज में स्कूटी सवार युवक की कटी थी गर्दन।
  •  जून 2023 : खुर्रमनगर में रियान सिंह (08) और गौरी (11) कार की सनरूफ में खड़े थे। तभी चीनी मांझा दोनों की गर्दन में फंसने से दोनों घायल हुए थे।
  • 14 नवंबर 2020 : गोमतीनगर में हुसदिया फ्लाईओवर से गुजर रहे बाराबंकी के लवकुश की कटी थी गर्दन।