कानपुर में गांधी जयंती पर निकाली गई पदयात्रा: गांधी प्रतिमा पर पुष्पवर्षा कर किया माल्यार्पण
कानपुर, अमृत विचार। अखिल भारतीय वैश्य एकता परिषद द्वारा गांधी संदेश पदयात्रा घंटाघर स्थित भारत माता प्रतिमा पर कार्यक्रम संयोजक विनोद गुप्ता ने माल्यार्पण व पूजन करके प्रारंभ किया। इस दौरान गांधी प्रतिमा पर खादी सूत की माला पहनाई गई। भारी संख्या में पुरुष और महिलाएं शामिल रहीं। पदयात्रा घंटाघर, नयागंज, बिरहाना रोड होते हुए फूलबाग पहुंची। पदयात्रा में सलिल विश्नोई, विधायक अमिताभ बाजपेई, फतेहपुर से विधायक विकास गुप्ता, उन्नाव से विधायक पंकज गुप्ता शामिल रहे।
गांधी प्रतिमा पर पुष्पों की वर्षा की
इस दौरान वैश्य समाज के उप वर्गों व पार्षदों ने पदयात्रा में चल रहे अतिथियों व चित्र पर पुष्पों की वर्षा कर स्वागत किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुमंत गुप्ता ने प्रतिमा स्थल पर संबोधित करते हुए कहा गांधी व्यक्ति नहीं विचार थे, उन्होंने कहा था कि पाप से घृणा करो, पापी से नहीं यह बात गांधी जी ने कही है। इस दौरान सलिल विश्नोई एमएलसी ने कहा कि बापू ने कानपुर के श्रमिकों की बस्तियों में जाकर जीना सिखाया। उन्होंने स्वदेशी अपनाने की प्रेरणा दी।
22 जुलाई 1934 को अंतिम बार आए थे कानपुर
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने बताया कि बापू की जयंती हमें बापू के आदर्शों को याद दिलाती है, गांधी जी ने अपने संबोधन में एक बार कानपुर की तुलना मुंबई के औद्योगिक प्रगति से की थी। राष्ट्रीय मुख्य महासचिव अजय गुप्ता ने कहा कि गांधी जी की अंतिम बार 22 जुलाई 1934 को कानपुर आए थे, उन्होंने दलितों को मंदिरों में प्रवेश दिलाने के लिए सनातनियों से शास्त्रार्थ किया, इसका नतीजा यह हुआ कि अधिकांश मंदिरों के द्वार दलितों के लिए खुल गए थे।
ये लोग रहे मौजूद
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सुरेश गुप्ता, रामेश्वर, लाला भैया, धर्म प्रकाश गुप्ता, रमेश गुप्ता, रवि गुप्ता, श्री कृष्ण, बब्बू, प्रमोद बॉर्डर, अखिलेश गुप्ता, किशन केसरवानी, बलराम गुप्ता, वंदना गुप्ता, विनायक पोद्दार, सरोज गुप्ता, अलका गुप्ता, गीता गुप्ता व स्वतंत्र अग्रवाल आदि लोग मौजूद रहे।
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