UP: 45 दिन में 5 साजिशें, खुलासा एक का भी नहीं...सुरक्षा, खुफिया एजेंसियां, पुलिस, आरपीएफ, जीआरपी लगी, नतीजा सिफर
सुरक्षा, खुफिया एजेंसियां, पुलिस, आरपीएफ, जीआरपी खुलासे में लगीं
कानपुर, अमृत विचार। पिछले 45 दिन में कानपुर में ट्रेनों को अलग-अलग तरीके से पलटाने की रची गई पांच साजिशों के मामले में फर्रुखाबाद की घटना को छोड़कर अन्य चारों में अफसरों के हाथ खाली हैं। खुलासे में सुरक्षा व खुफिया एजेंसी, पुलिस, आरपीएफ व जीआरपी की टीमें लगी हैं। लेकिन कोई भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं।
टीमें सीसीटीवी फुटेज देखकर संदिग्धों से पूछताछ कर रही हैं, लेकिन किसी से कुछ ठोस सुराग नहीं मिला है। हर घटना को अंजाम उस दुर्गम रास्ते के पास दिया गया जहां पुलिस जल्द राहत न पहुंचा पाए। एडिशनल पुलिस कमिश्नर हरीश चंदर ने कालिंदी एक्सप्रेस की घटना को किसी की बदमाशी बताई है। वहीं अन्य घटनाओं को उन्होंने शरारीतत्वों के द्वारा होना बताया है।
इन घटनाओं से उड़े हैं होश
16 अगस्त : झांसी रूट पर पनकी फैक्ट्री एरिया के सामने ट्रैक पर पटरी का टुकड़ा बांधा गया था। इससे साबरमती एक्सप्रेस के 22 डिब्बे डिरेल हो गए थे। घटना की जांच अभी जारी है।
24 अगस्त : फर्रुखाबाद में कासगंज-फर्रुखाबाद रेल लाइन पर पैसेंजर के आगे लकड़ी का बोटा डालकर ट्रेन को पलटाने की साजिश रची थी। जांच में दो युवक पकड़े गए तब खुलासा हुआ कि फेमस होने के लिए यह घटना की थी।
8 सितंबर : फर्रुखाबाद रेल मार्ग पर बर्राजपुर और उत्तरीपुरा स्टेशनों के बीच मुंडेरी गांव के पास रेल ट्रैक पर कालिंदी एक्सप्रेस के आगे भरा गैस सिलेंडर, बाती लगी पेट्रोल भरी बोतल, माचिस, बारूद, व अन्य सामान बरामद किया गया। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां घटना की जांच कर रही है।
22 सितंबर : कानपुर सेंट्रल से फतेहपुर के बीच प्रेमपुर स्टेशन की लूप लाइन पर मालगाड़ी के आगे गैस सिलेंडर रखा गया। लोको पायलट ने ट्रेन रोकी। घटना की जांच जीआरपी समेत एजेंसी कर रही है।
29 सितंबर : गोविंदपुरी स्टेशन की होल्डिंग लाइन पर पुष्पक एक्सप्रेस के आगे अग्निशमन यंत्र पड़ा मिला। इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका गया। कहा गया कि कुशीनगर एक्सप्रेस से वह गिर गया था। इसके लिए जांच कमेटी बनाई गई है।
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