बाराबंकी: सीडीओ के निरीक्षण में संयुक्त अस्पताल की खुली पोल...एक्सपाइरी डेट की मिली दवा, अंधेरे में मिले कमरे
अपने साथ उठा ले गए कई अभिलेख
सिरौलीगौसपुर/बाराबंकी, अमृत विचार। मुख्य विकास अधिकारी ने संयुक्त चिकित्सालय सिरौलीगौसपुर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान तमाम कमियां पाई गई। अस्पताल के अंदर अंधेरा ही अंधेरा मिला। वहीं दवा वितरण केंद्र पर एक्सपायरी डेट की दवा मिली। यहां तक सीएमएस भी गायब मिली। अवकाश पर होने से संबंधित कोई अभिलेख भी नहीं मिला।
मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी अ.सुदन परियोजना निदेशक मनीष कुमार के साथ सौ शैय्या युक्त संयुक्त चिकित्सालय पहुंचे और जिले पर अस्पताल द्वारा भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर एक-एक बिंदु की गहन जांच पड़ताल किया। इस दौरान उन्होंने एंटीनेटर रजिस्टर, पैथोलॉजी रजिस्टर, ओपीडी, एचआरपी आदि आवश्यक रजिस्टरों की जांच पड़ताल की। जिसमें तमाम कमियां पाई गई। जिसे लेकर उन्होंने फटकार लगाई और सभी अभिलेख अपने साथ उठा ले गए।
पैथोलॉजी निरीक्षण के दौरान गेट पर सुबह आठ से 12 बजे तक पर्चा जमा करने का समय लिखे होने पर फटकार लगाते हुए कहा कि लगता है 12 बजे तक ही जांच की जाती है। अस्पताल के ऊपरी हिस्से पर जांच के लिए पहुंचे सीडीओ ने अधिकांश जगह अंधेरा देखकर नाराजगी जताते हुए कहा कि अस्पताल को अंधेरे का गढ़ क्यों बना रखा है। दवा वितरण केंद्र पर एक डिब्बे में एक्सपायरी दवा मिलने पर फार्मासिस्ट को कड़ी फटकार लगाई।
सीएमएस के अस्पताल में मौजूद न होने पर उनके छुट्टी से संबंधित अभिलेख मांगे जो अस्पताल में मौजूद अधिकारी नहीं दिखा सके। अस्पताल में भर्ती तारापुर निवासी वंदना भारती के तीमारदार द्वारा शिकायत की गई की महिला के पैर का ऑपरेशन बाहर के अस्पताल में कर हड्डी रोग विशेषज्ञ द्वारा यहां भर्ती कर इलाज किया गया। इस शिकायत पर सीडीओ ने मरीज से काफी देर तक पूछतांछ किया और बयान दर्ज किया।इस मौके खण्ड विकास अधिकारी अदिति श्रीवास्तव, सौ बेड के अधीक्षक डॉ. नीरज वर्मा, सीएचसी अधीक्षक डॉ. सन्तोष सिंह सहित अस्पताल स्टाफ मौजूद रहे।
ये भी पढ़ें- बाराबंकी: पट्टाधारक के तालाब को बना दिया अमृत सरोवर, तालाब में की जा रही सिंघाड़े की खेती