संभल: आयुर्वेद अपनाकर करें खानपान का प्रबंधन : डा. विश्वरूप
संभल कल्कि महोत्सव के प्रथम सत्र में आयुर्वेदिक आधारित गोष्ठी का हुआ आयोजन
दूसरे सत्र में शिक्षा विमर्श गोष्ठी में बच्चों की बेहतर शिक्षा पर हुआ मंथन
बहजोई(संभल) अमृत विचार: जनपद के स्थापना दिवस सात संभल कल्कि महोत्सव के दूसरे दिन प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डा. विश्वरूप चौधरी ने आयुर्वेद पर चर्चा करते हुए केवल दिनचर्या बदलने से ही दवा से छुटकारा मिलने की बात कही। आयुर्वेद से बड़ी-बड़ी बीमारियों का उपचार संभव होने की बात कही।
बड़ा मैदान पर चल रहे संभल कल्कि महोत्सव के दूसरे दिन आयोजित गोष्ठी का शुभारंभ मुख्य अतिथि जिला जज कमलेश, डीएम राजेंद्र पैंसिया, डा. विश्वरूप व आचार्य मनीष ने मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित किया। इसके बाद आयुर्वेदाचार्य विश्वरूप चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि खानपान समय परिवर्तन से अपने स्वास्थ्य को ठीक रखा जा सकता है। समय प्रबंधन से ही दवाइयां को छोड़कर सभी बीमारियों का उपचार संभव है। उन्होंने कहा कि बेहतर जीवन जीने के लिए प्रत्येक गतिविधि समय से करनी होगी। सुबह 8:00 बजे के बाद भोजन करना चाहिए। शाम 6:00 बजे के बाद भोजन नहीं करना चाहिए।
रात्रि में भोजन या कोई अन्य खाद्य पदार्थ नहीं लें, क्योंकि हमारा शरीर और इसके अन्य अंग इस आधार पर काम करते हैं। रात्रि में किडनी दिन के बदले कम कार्य करती है। उन्होंने तमाम प्रक्रियाओं के तहत जोड़ों का दर्द, शुगर, बीपी, कैंसर जैसी बड़ी-बड़ी बीमारियों से ठीक रखा जा सकता है। आचार्य मनीष ने कहा कि आयुर्वेद से विभिन्न बीमारियों के उपचार के बारे में विस्तार से जानकारी दी। तो वहीं डीएम राजेंद्र पैंसिया ने बेहतर स्वास्थ्य के लिए योग और आयुर्वेद को अपनाना चाहिए। इस दौरान सीडीओ गोरखनाथ भट्ट, सीएमओ डॉ. तरुण पाठक, एसीएमओ डॉ पंकज बिश्नोई, जिला महामंत्री कमल कुमार कमल, पूर्व जिला अध्यक्ष ओमवीर सिंह खड़कबंशी सहित आदि मौजूद रहे। संचालन वाईपी जोशी ने किया।
बेहतर शिक्षा व भविष्य बनाने को लेकर हुआ मंथन
दूसरे सत्र में आयोजित शिक्षा विमर्श गोष्ठी का शुभारंभ शिक्षाविद बेंगलुरु यूनिवर्सिटी के प्राचार्य संदीप तथा शिक्षाविद मनु तायल ने मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया। इसके बाद डीएम ने शिक्षा को लेकर मौजूद जनपद के शिक्षकों को कर्मयोगी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों को शिक्षित कर अपना कर्म करने की बात कही। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही ऐसा माध्यम है जिससे हर एक व्यक्ति शिक्षित होकर महान बन सकता है। बिना शिक्षा के मनुष्य कुछ भी नहीं। बैंगलोर यूनिवर्सिटी के प्राचार्य संदीप ने 21वीं शदी में शिक्षा को लेकर अच्छे आयाम के बारे में बताया तो वही शिक्षाविद मनु तायल ने शिक्षा को लेकर देश में बेहतर कार्य के बारे में जानकारी दी। इस दौरान सीडीओ गोरखनाथ भट्ट डीआईओएस बेदराम बीएसए अलका शर्मा सहित आदि मौजूद रहे।
छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों दी प्रस्तुति
कल्कि महोत्सव में परिषदीय विद्यालयों से पहुंचे बच्चों व कस्तूरबा गांधी विद्यालय की बालिकाओं ने भक्ति गीत पर प्रस्तुति दी। अक्रूर जी कन्या पाठशाला इंटर कॉलेज चंदौसी की बालिकाओं ने जब प्रस्तुति दी तो सभी मौजूद लोग तालियां बजाने पर मजबूर हो गए। कल्कि महोत्सव के तीसरे दिन प्रसिद्ध गायक पद्मश्री कैलाश खेर का सोमवार को भक्ति मय कार्यक्रम होगा। वह शाम को 7:30 बजे बाद मैदान पर पहुंचकर अपनी प्रस्तुति देंगे। इसके लिए जिला प्रशासन ने खासी तैयारी की है। जहां सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं तो वहीं प्रचार प्रसार के लिए ग्राम प्रधानों को लगाया गया है। ग्रामीण क्षेत्र से लोगों को लाने के लिए बसों की व्यवस्था की गई है।