पिता और भाई को फोनकर बच्ची के साथ कोटा-पटना के आगे कूदी विवाहिता : इंजन के धक्के से बगल गिरी बच्ची, हुई गंभीर घायल 

क्षेत्राधिकार विवाद के बाद जीआरपी ने कराया विवाहिता का पीएम 

पिता और भाई को फोनकर बच्ची के साथ कोटा-पटना के आगे कूदी विवाहिता : इंजन के धक्के से बगल गिरी बच्ची, हुई गंभीर घायल 

अयोध्या, अमृत विचार : नगर कोतवाली के जप्ती वजीरगंज स्थित सरस्वतीपुरम कालोनी में ब्याही एक विवाहिता ने आचार्य नरेन्द्रदेव रेलवे स्टेशन के पास कोटा-पटना एक्सप्रेस ट्रेन के आगे बच्ची समेत कूदकर जान दे दी। हालांकि इंजन की टक्कर से बच्ची उछलकर रेलपथ किनारे गिरी और गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद उसकी जान बच गई। क्षेत्राधिकार को लेकर विवाद के बाद राजकीय रेलवे पुलिस ने विवाहिता के शव का वीडियोग्राफी के बीच पोस्टमार्टम कराया है।

बताया गया कि महराजगंज थाना क्षेत्र के गांव बीठलपुर निवासी अनामिका तिवारी का विवाह लगभग चार वर्ष पूर्व नगर कोतवाली के जप्ती वजीरगंज स्थित सरस्वतीपुरम कालोनी निवासी अभिषेक तिवारी के साथ हुआ था। वर्तमान में अभिषेक बिहार प्रान्त में सरकारी प्राथमिक शिक्षक है और दंपत्ति के एक तीन साल की पुत्री है। अनामिका के सास-ससुर दोनों सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त हैं और वह अपने सास-ससुर के साथ रहती थी।  शनिवार को ही वह अपने मायके से बच्ची के साथ ससुराल आई थी। विवाहिता के भाई अमरेंद्र प्रताप का कहना है कि रात साढ़े नौ बजे उसने पिता और उनको फोन किया था तथा ससुरालीजों की प्रताड़ना से तंग होकर ट्रेन से कटकर जान देने के लिए घर से निकलने की बात कही थी।  इसके बाद उसका मोबाइल बंद हो गया। भागकर पिता यहां पहुंचे तो वह रेलवे ट्रैक पर रक्तरंजित मिली। तीन साल की बच्ची अक्षिता ट्रैक किनारे घायल अवस्था में पड़ी थी।

सूचना पर सिविल और रेलवे पुलिस पहुंची तो क्षेत्राधिकार को लेकर विवाद हुआ, जिसके बाद रेलवे पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेजवाया।  राजकीय रेलवे पुलिस अयोध्या कैंट थाने के प्रभारी निरीक्षक समर सिंह ने बताया कि रेलवे की ओर से आचार्य नरेन्द्रदेव सिटी स्टेशन बंद कर दिया गया है, जिसके चलते कार्यवाही सिविल पुलिस को करनी थी, लेकिन उनके इंकार के बाद जीआरपी ने पीएम कराया है। शव को परिवार के हवाले किया गया है।  

पांच मिनट विलंब से पहुंचे और हो गई घटना 

मृतका अनामिका के पिता संजय तिवारी का कहना है कि वह रीडगंज ओवरब्रिज पर पहुंचे तो ट्रेन आने की आवाज सुनाई दी।  जब तक नीचे स्टेशन पर पहुंचते तब तक 30 वर्षीय बिटिया ट्रेन की चपेट में आकर कट चुकी थी। आँखों के सामने पुत्री की रक्तरंजित लाश और बगल में ही नातिन घायल पड़ी पड़ी थी। मामले की सूचना पुलिस को देकर नातिन अक्षिता (3) को रात 11.40 बजे जिला अस्पताल पहुंचाया। अक्षिता की हालत गंभीर होने के चलते डॉक्टर ने उसको लखनऊ मेडिकल कालेज रेफर किया है