बरेली : कुत्तों और बंदरों के साथ सियार का भी आतंक, वैक्सीन लगवाने वालों की तादाद बढ़ी

विश्व रेबीज दिवस...एआरवी केंद्र पर पांच महीने में 63 हजार से अधिक मरीज वैक्सीन लगवाने पहुंचे

बरेली : कुत्तों और बंदरों के साथ सियार का भी आतंक, वैक्सीन लगवाने वालों की तादाद बढ़ी

अंकित चौहान, बरेली अमृत विचार। जिले में कुत्तों, बंदरों के साथ सियार का भी आतंक है। एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आंकड़े भी यही बता रहे हैं। पांच महीने में तीन सौ बेड अस्पताल स्थित एआरवी सेंटर पर 63 हजार से अधिक मरीज वैक्सीन लगवाने पहुंचे हैं।

एआरवी में वैक्सीन लगवाने वाले मरीजों की निगरानी आईडीएसपी की ओर से की जा रही है। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार अप्रैल 2024 में एआरवी केंद्र पर 16192, मई में 15000, जून में 14713, जुलाई में 17403 और अगस्त में 18057 मरीज वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंचे। इनमें सबसे अधिक कुत्ता और बिल्ली के हमले में घायल हुए मरीज शामिल हैं।

अन्य जानवरों के काटने के मामले भी बढ़ रहे
शासन स्तर से एआरवी पोर्टल में कुत्ता, बिल्ली, बंदर के काटने के मामले की निगरानी अलग-अलग की जाती है, लेकिन सियार, भेड़िया व अन्य जानवरों के काटने के लिए पोर्टल में अन्य का कॉलम दिया गया है। इस वर्ष अन्य जानवरों के काटने के मामलों की संख्या इजाफा हुआ है। अप्रैल में 185, मई में 129, जून में 138, जुलाई में 307 और अगस्त में ये संख्या 588 पहुंच गई है।

एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है। हालांकि वैक्सीन की उपलब्धता है। दो महीने में सियार के हमलों में घायल हुए लोग भी वैक्सीन लगवाने के लिए एआरवी केंद्र पर आए हैं। -डॉ. वैभव शुक्ला, प्रभारी, एआरवी केंद्र