Share Trading करते समय रहे सावधान, दो लोगों से 1.54 करोड़ की ठगी

Share Trading करते समय रहे सावधान, दो लोगों से 1.54 करोड़ की ठगी

लखनऊ, अमृत विचार: साइबर जालसाजों ने दो लोगों से शेयर ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का लालच देकर 1.54 करोड़ रुपये ठग लिए। दोनों पीड़ितों की रकम से खरीदे गए शेयर का भाव उनके खाते में करीब 2.75 करोड़ रुपये दिखा रहा था। जब रुपये निकालने की कोशिश की तो जालसाजों ने और रकम मांगी। मना करने पर रकम निकासी पर रोक लगा दी। पीड़ितों ने साइबर क्राइम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। मामले की जांच की जा रही है।

सीतापुर रोड स्थित एल्डिको इटरनिया टॉवर-3 निवासी पेशे से इंजीनियर अमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि उनका खाता एचडीएफसी बैंक के हजरतगंज शाखा है। उनके मोबाइल पर 14 मई को एचडीएफसी सिक्योरिटीज वीआईपी मेंबरशिप के लिए मैसेज आया। 28 जून को उनको वी-13 हाई नेटवर्थ स्टाक डिस्कशन नाम के एक ग्रुप में शामिल किया। निवेश के लिए पीएमएचडीएफसी एप्लीकेशन डाउनलोड कराया गया।

3 जुलाई से 1 अगस्त के बीच में 90,00,100 रुपये महाराष्ट्रा, प्रयागराज, पश्चिम बंगाल के कई बैंक खातों में जमा कराए गए। अमित ने बताया कि पीएमएचडीएफसी एप में शेयरों की कीमत 1,74,00,000 रुपये दिखाई देने लगा। जब इस रकम को निकालने की बात की तो कंपनी की प्रतिनिधि आशा मेहता ने दो बार में 10 हजार रुपये और फिर 20 लाख रुपये की मांग की। 10 हजार रुपये देने के बाद खाता फ्रीज कर दिया।

रिटायर्ड इंश्योरेंस कंपनी के अधिकारी से ठगे 64 लाख
जालसाजों ने रायबरेली रोड स्थित एल्डिको उद्यान-2 सके सुरक्षा एन्क्लेव-1 निवासी महेंद्र कुमार शर्मा को निशाना बनाया। दि ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लि. में अधिकारी के पद से रिटायर्ड महेंद्र ने बताया कि उनके व्हाट्सएप नंबर अलंकित सिक्योरिटीज कार्पोरेट ऑफिस झंडेवालान एक्सटेंशन नई दिल्ली के एमडी अंकित अग्रवाल और उनकी असिस्टेंट मीरा के मैसेज आए। इन लोगों ने शेयर ट्रेडिंग साफ्टवेयर एप्लीकेशन डाउनलोड कराया। एक ग्रुप से जोड़ा जिसमें 150 लोग शामिल थे। इसके बाद 20 अगस्त से 12 सितंबर के बीच में कुल 64.15 लाख रुपये निवेश कराए। पांच प्रतिशत का सुनिश्चित रिटर्न देने का आश्वासन दिया था।

जालसाजों ने उनसे नेस्ले, टाटा मोटर्स, एक्सिस बैंक जैसी कंपनियों के 37 प्रतिशत छूट पर शेयर क्रय कराए। उनके एप के वालेट में 1.99 करोड़ दिखने लगा। रकम निकालने का प्रयास किया तो 31.15 लाख रुपये और मांगे। मना करने पर ग्रुप से अलग कर दिया। पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में तहरीर दी। इंस्पेक्टर साइबर क्राइम बृजेश कुमार यादव ने बताया कि दोनों मामले दर्ज कर लिए गए है। जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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