मुरादाबाद: उत्पादों की आकर्षक कलाकारी पहुंची बायर्स के मोबाइल फोन पर

मुरादाबाद, अमृत विचार। वर्ष 2020 का आखिरी और डिजिटल रूप में दूसरा फेयर का आगाज बुधवार से शुरू होने जा रहा है। चार नवंबर से नौ नवंबर तक आयोजित होने वाले इस फेयर को लेकर निर्यातक बेहद उत्साहित हैं। ऑटम फेयर का पहला वर्चुअल मेला कारोबार फायदे के रूप में भी यादगार साबित हो सकता …
मुरादाबाद, अमृत विचार। वर्ष 2020 का आखिरी और डिजिटल रूप में दूसरा फेयर का आगाज बुधवार से शुरू होने जा रहा है। चार नवंबर से नौ नवंबर तक आयोजित होने वाले इस फेयर को लेकर निर्यातक बेहद उत्साहित हैं। ऑटम फेयर का पहला वर्चुअल मेला कारोबार फायदे के रूप में भी यादगार साबित हो सकता है। मेले के आयोजन से पहले ही निर्यातकों ने कुछ ऐसे ही प्रयास किए हैं। जी हां, निर्यातकों ने स्टॉल सजाने के साथ साथ बायर्स से सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क किया। उनके फोन में अपने उत्पादों की फोटो भेजे। यही नहीं उत्पाद की विशेषताओं का विवरण दिया, बायर्स को लुभाने के और भी बहुत कुछ जतन किए।
वर्चुअल फेयर में अपने स्टॉल को सुंदर ढंग से सजाने के लिए निर्यातकों ने काफी दिन पहले से ही प्रयास शुरू कर दिए थे। सुंदर व आकर्षक उत्पादों को स्टॉल पर सजाया गया। इसके साथ ही चमक और बेहतर नजर आए, इसके लिए शीशे व आइने का भी प्रयोग किया गया। मुरादाबाद हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्टर एसोसिएशन के महासचिव अवधेश अग्रवाल ने बताया कि फेयर में इस बार भी मुरादाबाद की धूम दिखेगी। इसके लिए निर्यातकों ने काफी समय पहले से ही कमर कस ली थी। देशभर के 14 सौ निर्यातक इसका हिस्सा बन रहे हैं, इसमें चालीस फीसदी निर्यातक पीतल नगरी के हैं।
यही नहीं 20 फीसदी निर्यातक पीतल के कारोबार से जुड़े हैं। इसके अलावा कांच के उत्पाद, ज्वेलरी, लकड़ी के उत्पादों में खिलौने आदि भी फेयर की रौनक बनेंगे। अच्छी बात यह है कि कई निर्यातकों ने फेयर शुरू होने से पहले ही बायर्स से संपर्क साधना शुरू कर दिया। ज्यादातर ने अमेरिका व यूरोपीय देशों के बायर्स से सोशल मीडिया के जरिए जुड़े। उन्हें उत्पाद से जुड़ी खूबियां बताईं और फेयर में अपने स्टॉप पर आने के लिए निमंत्रण भी भेजा। अवधेश अग्रवाल ने बताया कि निर्यातकों का यह तरीका फेयर की उपलब्धि व अच्छे कारोबार के लिए अच्छे संकेत भी है। दो दर्जन से ज्यादा हॉल से इस फेयर का सीधा प्रसारण होगा जो कि देश के अलावा विदेशों की स्क्रीन पर एक साथ नजर आएगा।
नई तकनीक से आधूनिक होंगे कारीगर
हस्तशिल्पियों में कलाकारी और चांद लगेंगे। आधुनिकता के साथ दस्तकारों की कलाकारी में निखार लाने का प्रयास किया जाएगा। ईपीसीएच इस प्रयास में लगा हुआ है और जल्द ही वह अच्छे सुझाव के रूप में यह उपहार दस्तकारों को देगा। ईपीसीएच के कार्यकारी निदेश आरके वर्मा ने बताया कि कारीगरों को कौशल और डिजाइन सहायता प्रदान करना, हस्तशिल्प क्षेत्र में निर्यातकों द्वारा पेश की जाने वाली नई और नवीनतम तकनीकों की पहचान कर उन्हें आगे बढ़ाने के लिए कार्य करने जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई है। जल्द ही इसका असर भी दिखेगा।
महा निदेशक राकेश कुमार ने बताया कि बुधवार से ऑटम फेयर का आगाज हो रहा है। 25 हॉल से सीधा प्रसारण होगा जो कि देश के अलावा विदेशी स्क्रीन पर एक साथ नजर आएगा। चार से नौ नवंबर तक इसका आयोजन होगा। अमेरिका व यूरोपीय देशों के बायर्स के ज्यादा संख्या में जुड़ने की उम्मीद है। निर्यातकों ने भी इसमें काफी बेहतर तैयारी की है, इसका भी असर दिखेगा।