कासगंज: मोहिनी हत्याकांड...पुलिस से उठा भरोसा, अब सीबीआई जांच की मांग तेज
कासगंज: अमृत विचार: महिला अधिवक्ता मोहिनी हत्याकांड के मामले में पुलिस बहुत कुछ सफलता हासिल नहीं कर सकी है। नित नए मोड़ सामने आ रहे हैं। इस बीच साथी अधिवक्ताओं और महिला अधिवक्ता के परिजनों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्पष्ट किया है कि अब पुलिस से भरोसा उठ गया है। मामले में सीबीआई जांच होनी चाहिए। इधर अधिवक्ता हत्याकांड के नामजद पांच अधिवक्ता और एक विधि छात्र की रिमांड तिथि पांच अक्टूबर नियत की गई है।
बीती तीन सितंबर को न्यायालय के मुख्य द्वार से लापता हुई मोहिनी तोमर का शव चार सितंबर को मिला। तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे। पांच अधिवक्ता एक विधि छात्र को महिला के पति ने नामजद किया। उसके बाद पुलिस तब भी खुलासा नहीं कर पाई। बाद में पुलिस ने एक महिला सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा।
अन्य आरोपी फरार बताये। तब भी सही खुलासा नहीं हुआ। पूरी तरह अभी भी मामला उलझा हुआ है। समय बीतता जा रहा है। पुलिस कोई संतोष जनक कार्रवाई नहीं कर पा रही है। ऐसे में महिला अधिवक्ता के पति बृजतेंद्र तोमर और साथ अधिवक्ताओं में आक्रोश है। पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है। सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं।
डीएनए रिपोर्ट लेकर चर्चा
महिला अधिवक्ता के डीएनए से मिलान के लिए उसकी मां दिनेश कुमारी का नमूना भेजा गया। इस प्रक्रिया से स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से पल्ला झाड़े हुए है। मुख्य चिकित्साधिकारी को कहना है कि सैंपल कहां लिया गया और कहां भेजा गया है। वहीं तरह तरह की चर्चाए हैं। रिपोर्ट आ गई है, लेकिन सार्वजनिक नहीं की जा रही है।
मामले में सीबीआई जांच होनी चाहिए। मामले में पुलिस की कार्रवाई उलझाने वाली है। अधिवक्ताओं को गुमराह किया जा रहा है- सतेंद्र कुमार वैस, अधिवक्ता।
कई दिनो से कोतवाली प्रभारी कह रहे हैं कि घर पर आयेंगे, तब वार्ता करेंगे। डीएम, एसपी से मिलेंगे। शासन से मांग है कि सीबीआई जांच हो- बृजतेंद्र तोमर, महिला अधिवक्ता के पति।
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