गर्मी के प्रकोप से राहत दिलायेगा यह अभियान, नेपाल से लेकर भारत तक इस रास्ते पर लगाये जायेंगे बोधि वृक्ष
400 किमी से लंबा होगा हरित गलियारा
लखनऊ, अमृत विचार। पर्यावरण की रक्षा और बढ़ती गर्मी के प्रकोप से राहत दिलाने के लिए शुरू हुई इंडो-नेपाल बोधि वृक्ष कॉरिडोर डेवलपमेंट पदयात्रा आने वाले समय में एक उदाहरण पेश करेगा। इतना ही नहीं भारत नेपाल के बीच संबंधों को और गहरा करने का काम भी करेगा।
दरअसल, नेपाल के कपिलवस्तु स्थित तिलौराकोट से दो दिवसीय इंडो-नेपाल बोधि वृक्ष कॉरिडोर डेवलपमेंट पदयात्रा की शुरूआत 21 सितंबर से हुई। 25 किलोमीटर लंबी यह पदयात्रा तौलिहवा, मैनिहवा, दोहनी, डुमरा गांव होते हुये लुम्बिनी में 22 सितंबर को पहुंची, जहां पर लुम्बिनी डेवलपमेंट ट्रस्ट के अधिकारियों ने यात्रियों का स्वागत किया। इस पदयात्रा में करीब 50 सदस्य शामिल रहे।
पर्यावरण चिंतक रोहित उमराव ने बताया कि पर्यावरण की सुरक्षा के लिए आम जनमानस का एकजुट होना बहुत जरूरी है। आम लोग जब एक साथ मिलकर काम करेंगे, तो पर्यावरण की सुरक्षा का काम आसान होगा। इस यात्रा के दौरान नेपाल में वन विभाग के अधिकारियों से लेकर स्थानीय लोगों, छात्रों से मुलाकात हुई है। यह मुलाकात सार्थक रही है। नेपाल के अधिकारियों ने पूरा सहयोग देने का वादा किया है। उन्होंने बताया कि नेपाल स्थित बुद्ध के जन्मस्थल लुम्बिनी से लेकर उनके ज्ञानस्थल बोधगया (भारत ) तक बोधि वृक्ष यानि पीपल के पौधों का रोपण होना है। जिससे दो देशों के बीच 400 किलोमीटर से अधिक दूरी का हरित गलियारा तैयार किया जा सके। इसी हरित गलियारे को तैयार करने के लिए आम जनमानस में जागरूकता लाने के उद्देश्य से इस पदयात्रा का आयोजन किया गया था।
इस अभियान मे भारत की ओर से पीपल नीम तुलसी अभियान पटना के संस्थापक डॉ धर्मेंद्र कुमार, उत्तर प्रदेश के फतेहपुर से पर्यावरण चिंतक रोहित उमराव के साथ कानपुर से प्रभात कुमार, हिमांचल प्रदेश से जगत रमौली, हरियाणा से सरदार रंजीत सिंह, उड़ीसा से मनोज डागा, बिहार से लोक कलाकार सुनील सरला, उत्तराखंड से ज्योति नेगी, गीतांजलि, नेहा कुमारी, संतोष कुमार, मुजफ्फरपुर से प्रकाश कुमार , शुभम कश्यप, सतपाल सिंह लखीमपुर, मुरादाबाद से यशपाल सिंह समेत कई पर्यावरण प्रेमी मौजूद रहे।
नेपाल से सुरेश शर्मा जनकपुर धाम वन प्राविधिक समाज महासचिव, जय प्रकाश पांडे नेपाल वन प्राविधिक संघ एवं कार्यक्रम संयोजक, पूर्व मंत्री दान बहादुर चौधरी, मेयर कमलेश शरण चौधरी, प्रमुख जिलाधिकारी विश्व प्रकाश, मुख्य कार्यवाहक गिरजेश शरण चौधरी, भारत नेपाल राजदूत दीप कुमार उपाध्याय, नेपाल वन प्रोद्योगिकी संघ अध्यक्ष राजेश कर्ण, दामोदर शर्मा वन- वातावरण विज्ञान, लुम्बिनी विकास कोष के पुरातत्व अधिकारी चंद्र प्रकाश पाठक , कमलेश प्रसाद वर्मा वन अधिकृत अधिकारी लुम्बिनी विकास कोष. धीरेन्द्र कुमार शाह, इं. दिनेश प्रसाद जायसवाल मायादेवी साझेदारी वन समिति, समाजसेवी राजकुमार पांडे, बब्बू सिंह यादव के साथ शिक्षक, महिलाएं, स्टूडेंट्स, ग्रामीण व अन्य स्थानीय सहभागी शामिल रहे।
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