लखीमपुर खीरी: शिक्षिका की बहाली को लेकर डीएम कार्यालय पहुंचे बच्चे और अभिभावक, एसडीएम ने कही ये बात...
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। शिक्षिका के निलंबन से नाराज अभिभावकों ने बच्चों के साथ डीएम दफ्तर पहुंचकर धरने पर बैठ गए। हालांकि इस दौरान डीएम दफ्तर में मौजूद नहीं थीं। बच्चों और अभिभावकों के शोरशराबे पर अधिकारियों में हड़कंप मच गया। करीब आधे घंटे बच्चे शोर शराबा करते रहे।
सूचना पर अतिरिक्त एसडीएम रेणु मिश्रा मौके पर पहुंचीं। बच्चों का कहना था कि उनकी शिक्षिका को स्कूल में फिर से पढ़ाने के लिए भेजा जाए। एसडीएम ने बच्चों को समझाते हुए बीएसए से बात करने का भरोसा दिया। तब बच्चे मान गए और अभिभावकों के साथ लौट गए।
ब्लॉक नकहा के प्राथमिक विद्यालय खिंचीनपुरवा का 13 सितंबर को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान प्रधानाध्यापक कल्पना अनुपस्थित मिली थीं। प्रधानाध्यापक कल्पना जिला मुख्यालय पर सूचना देने की जानकारी देकर गायब थीं। गलत सूचना देखकर छुट्टी लेने और विद्यालय में 143 में से 70 बच्चे ही मौके पर बीएसए ने कल्पना को निलंबित कर दिया था।
इसकी जानकारी लगते ही स्कूली बच्चों से लेकर अभिभावकों में आक्रोप पनप गया। मंगलवार को यह सभी कलक्ट्रेट पहुंचकर शिक्षिका की बहाली को लेकर प्रदर्शन करने लगे। स्कूली बच्चों से लेकर उनके अभिभावकों का कहना है कि प्रधानाध्यापक कल्पना नियमित समय पर स्कूल आती हैं और मन लगाकर बच्चों को पढ़ाती भी हैं। जांच के लिए पहुंची टीम ने बिना नोटिस दिए ही निलंबित कर दिया। इससे बच्चों में नाराजगी है।
बच्चों का कहना है कि जब तब मैम को स्कूल में पढ़ाने के लिए नहीं भेजा जाता, तब वह भी स्कूल पढ़ने नहीं जाएंगे। छात्रों और उनके अभिभावकों का यह भी आरोप है कि प्रधानाध्यापक को राजनीति और साजिश के तहत फंसाया गया है। डीएम की गैरमौजूदगी में एसडीएम ने बच्चों और अभिभावकों को शिक्षिका की बहाली कराने का आश्वासन दिया है।
प्राथमिक विद्यालय खिंचीनपुरवा के बच्चे अपने अभिभावकों के साथ प्रधानाध्यापिका की निलंबन बहाली के लिए आए थे। बच्चों को बीएसए से वार्ता कर नियमानुसार कार्रवाई कराने का भरोसा दिया, जिस पर सभी मान गए और लौट गए। मामले में बीएसए से जानकारी की जा रही है।- रेणु मिश्रा, अतिरिक्त एसडीएम