Hardoi News: हरदोई में बुखार ने पकड़ी रफ्तार, मरीज हुए 1500 के पार, हास्पिटल में बढ़ाए गए रजिस्ट्रेशन काउंटर
हरदोई। बदलते मौसम में बुखार की रफ्तार और तेज़ हो गई है। 100 बेड हास्पिटल की ओपीडी की बात करें तो वहां 800 मरीज़ हर रोज देखे जा रहें हैं। बढ़ती भीड़ को देखते हुए रजिस्ट्रेशन काउंटर भी बढ़ा दिए गए है। इस वक्त चार काउंटरों पर मरीजों का रजिस्ट्रेशन हो रहा है। सरकारी आकंडों के मुताबिक ओपीडी 1500 के पार हो चुकी है।
बदलते मौसम के चलते बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। 100 बेड हास्पिटल के आस-पड़ोस के गांवों के अलावा अहिरोरी, सुरसा, टड़ियावां और कछौना सीएचसी तक के मरीज़ इलाज करने यहां पहुंच रहें हैं। दिनों-दिन बढ़ रही मरीज़ों की भीड़ को देखते हुए उन्हे कोई दिक्कत न उठानी पड़े, इसलिए सीएमएस डा.मनोज श्रीवास्तव ने वहां चार रजिस्ट्रेशन काउंटर शुरु कराए है। सुबह से ही रजिस्ट्रेशन काउंटर से ले कर ओपीडी और दवा काउंटर पर ऐसी भीड़ रहती है कि एक घूट पानी पीने तक की फुर्सत नहीं है।
सीएमएस ने निजी कूलर सौंपा
उमस से बेहाल मरीज़ो को राहत पहुंचाने के इरादे से सीएमएस डा.मनोज श्रीवास्तव ने अपने आवास पर रखा निजी कूलर वहां से उठवा कर उसे 100 बेड हास्पिटल के मरीज़ो के लिए सौंपा है।
प्रिंसिपल के कहने के बावजूद लिखी गई बाहर की दवा
मेडिकल कालेज के डॉक्टर किसी भी हालत में बाहर से दवा लिखने की आदत से बाज़ नहीं आ रहें है। सोमवार को हद ही हो गई, मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डॉ.आर्य भूषण तिवारी ने ईएनटी सर्जन को फोन किया और पूजा नाम की मरीज़ को देखने की सिफारिश की, सर्जन ने पूजा को देखा और उसके सरकारी पर्चे पर बाहर की दवाएं लिख दी।
पूजा का कहना है कि अगर इतने ही रुपए होते तो फिर वह एक रुपये के पर्चा बनवा कर सरकारी इलाज कराने क्यों आती। लोगों का कहना है कि ऐसा करने वाले डाक्टरों को फटकारने के बाद भी उनकी आदत में कोई बदलाव आता नहीं दिख रहा है। जब प्रिंसीपल तक की बात नहीं मानी जा रही है तो फिर दूसरों के लिए क्या कहा जा सकता है।
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