मुरादाबाद : ग्राम प्रधान सम्मेलन में बोले श्री श्री रविशंकर-राज सत्ता को चाहिए कि देश का किसान सुखी रहे

श्रीश्री ने नशामुक्त और शुद्ध भोजन करने की बात पर दिया जोर, बोले, भोजन से पहले सभी किसान सुखी भव: का मंत्र जाप करें

मुरादाबाद : ग्राम प्रधान सम्मेलन में बोले श्री श्री रविशंकर-राज सत्ता को चाहिए कि देश का किसान सुखी रहे

मुरादाबाद। आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक और आध्यात्मिक और मानवतावादी धर्मगुरु श्रीश्री रवि शंकर ने कहा कि राजसत्ता का फर्ज है कि वह ऐसी व्यवस्था बनाए कि देश का किसान सुखी रहे। अन्नदाता को आत्महत्या के लिए मजबूर न होना पड़े। किसान सुखी रहेगा तो उसके द्वारा उगाया गया अनाज सभी को स्वस्थ बनाएगा। किसानों की सलामती और उनकी खुशहाली के लिए सभी देशवासियों को भोजन से पहले किसान सुखी भव: मंत्र का जाप करना चाहिए।

बुद्धि विहार स्थित एक बैंक्वेट हाल में आर्ट आफ लिविंग की ओर से मंगलवार को आयोजित ग्राम प्रधान सशक्तिकरण सम्मेलन में श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि कई ताकतें एकजुट होकर देश पर प्रहार करने में लगी हैं। उन्होंने कहा कि देश का उत्थान करने में हर मनुष्य का स्वस्थ होना जरूरी है। इसके लिए शुद्ध भोजन करने की आवश्यकता है। देश का अन्नदाता किसान है। श्रीश्री ने कहा कि अनाज को उत्पादित करने में अगर किसान का आंसू बहे तो वह किसी काम का नहीं होता। राजसत्ता को चाहिए कि किसान को सुखी रखे। देश में किसान खुदकुशी न करें।

श्रीश्री ने पूरे उत्तर प्रदेश से आए 1700 भक्तों जिसमें ग्राम प्रधान, उन्नतशील किसान, विभिन्न समितियों के अध्यक्ष शामिल थे, सभी का स्वागत कर कहा कि इस देश का किसान अन्नदाता है। उसके उत्थान और मजबूती के लिए सरकारों को भी काम करना चाहिए। उन्होंने कहा की किसानों को आत्महत्या करने से रोकना होगा। किसान अपने प्राण न गवाएं इसके लिए सरकारों को भी मानवीय दृष्टिकोण अपनाना होगा। किसानों की प्रगति के लिए उन्होंने आर्ट ऑफ लिविंग एग्रीकल्चर ट्रस्ट की स्थापना की है। इसमें नैसर्गिक खेती या गो- आधारित खेती और अन्य उन्नत पैदावार करने के बारे में जानकारी दी। बताया कि जैविक खेती के माध्यम से किसान एक साथ पांच फसलें भी उगा रहे हैं। यदि एक फसल में उत्पादन नहीं हो तो दूसरी फसल से उसकी भरपाई हो जाती है। इसके बाद श्रीश्री ने सभी किसानों को बेंगलुरु आश्रम आने का भी निमंत्रण दिया।

इससे पहले दिन में 11 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर उनका मंच पर स्वस्तिक मंत्र से पूजन कराया गया। सम्मेलन में आए ग्राम प्रधानों ने आध्यात्मिक गुरु का खड़े होकर अभिनंदन किया। आर्ट ऑफ लिविंग के सदस्यों ने श्रीश्री रविशंकर का तिलक कर आरती उतारी। सदस्यों ने पटका और फूलमाला और कई भक्तों ने उन्हें पगड़ी पहनाई। श्रीश्री के द्वारा रामपुर और सीतापुर में किसानों के हित में किए कार्यों के बारे में लोगों ने चर्चा की। कई प्रधानों ने सरकार की किसान नीति को गलत बताया। श्रीश्री रविशंकर ने सरकार के द्वारा किसानों का कर्ज माफ करने और अन्य सुविधाओं दिलाने की बात कही।

बांग्लादेश की परिस्थिति को श्रीश्री ने बताया दर्दनाक
आर्ट आफ लिविंग के संस्थापक श्रीश्री रवि शंकर ने कहा कि भारत में हिंदू बहुसंख्यक है। हिंदू राष्ट्र का मतलब ही है सबका साथ और सबका विकास। उन्होंने बांग्लादेश की परिस्थिति को दर्दनाक बताया। कहा कि सबका सम्मान होना चाहिए। हिंदू राष्ट्र को लेकर पूछे गए सवाल पर श्रीश्री रवि शंकर ने भारत को हिंदू राष्ट्र बताया। कहा कि भारत में हिंदू बहुसंख्यक हैं। हिंदू राष्ट्र का मतलब ही है सबका साथ सबका विकास। उन्होंने बांग्लादेश की स्थिति पर चिंता जताई। कहा कि भारत में ऐसी परिस्थिति कभी नहीं आएगी। इसके लिए सभी को अपनी पुरातन और सनातन की सोच को लेकर चलने की जरूरत है।

प्रधानमंत्री मोदी को जन्मदिन की बधाई दी
श्रीश्री रविशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिन पर बधाई दी। कहा कि उनके नेतृत्व में देश विकासशील से विकसित भारत की ओर बढ़ रहा है। कहा कि मोदी जी 100 साल तक जिएं और देश को महत्वपूर्ण नेतृत्व प्रदान करें। यूपी में योगी सरकार के विकास कार्यों की भी सराहना की। कहा कि प्रदेश काफी तरक्की कर रहा है। यहां से बहुत एक्सपोर्ट भी हो रहा है।

अन्नदाता सुखी भवः का संकल्प दिलाया
श्रीश्री ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को संकल्प दिलाया कि अन्नदाता सुखी भवः यह मंत्र सभी को भोजन करने से पहले बोलना चाहिए और फिर भोजन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह 40 वर्षों से पूरे देश में जहां भी जाते हैं सबको यह मंत्र बताते हैं। जब किसान सुखी होगा तब ही देश में खुशहाली आएगी। इस मंत्र में तीन वर्ग सम्मिलित हैं, जिनके माध्यम से हमें भोजन प्राप्त होता है। पहला है किसान जो अन्न का उत्पादन करते हैं, दूसरे व्यापारी जो उसको सबके घरों तक पहुंचाते हैं और तीसरी हैं घर की महिलाएं जो उस भोजन को पकाती हैं। अगर इनमें से कोई भी दुखी है तो ऐसे भोजन से किसी को तृप्ति नहीं मिल पाएगी।

श्रीश्री ने हर गांव से मांगे पांच युवक
श्रीश्री रविशंकर ने हर गांव को खुशहाल रखने के लिए कहा कि आप अपने गांव से पांच युवाओं को हमारे पास भेजिए। यहां उन्हें दो महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके बाद वह गांव की प्रगति के लिए कार्य करेंगे। इसका परिणाम सबके सामने आएगा। उन्होंने किसानों और ग्राम प्रधानों को आश्वस्त किया कि वे उनके साथ हैं। हर न्याय सम्मत कार्य में उनका साथ देंगे। कार्यक्रम के अंत में श्रीश्री ने अलीगढ़ के विधायक ऋषिपाल सिंह, अमरोहा जिले के नौगावां से विधायक समर पाल सिंह, रामलीला कमेटी के डायरेक्टर राजेश रस्तोगी, अमित जैन (प्लास्टिक रिसाइक्लिंग उद्योगपति) डॉ. पुष्पेन्द्र बंसल, डॉ. मुकेश अग्रवाल प्रेमवंडर लैंड के मालिक सतीश अरोरा को पटका पहनाकर अपना आशीर्वाद दिया।

नशामुक्त व हिंसा मुक्त भारत के लिए दिलाया संकल्प
श्रीश्री ने नशामुक्त और हिंसा मुक्त भारत के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हमें अपनी आने वाली पीढ़ी को नशे से बचाना चाहिए। इसके लिए उन्हें अच्छे संस्कार दें। अच्छे संस्कार से वह नशे और हिंसा से दूर रहेंगे। इससे देश में भी सौहार्द बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि गांवों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हम प्रयासरत हैं। किसानों को फसल के बाद थोड़ा समय रहता है उस समय का सदुपयोग करें और योग प्राणायाम भी प्रतिदिन करें जिससे वह स्वस्थ रहेंगे।

श्रीश्री के सामने छलका गन्ना किसानों का दर्द
श्रीश्री रविशंकर ने कार्यक्रम में आए किसानों से उनका दर्द जानने की कोशिश की। संभल के गांव बड़ा ताजुद्दीन के ग्राम प्रधान राजवीर सिंह ने कहा कि पहले किसान एक साल गन्ने की फसल लगता है। इसके दूसरे साल तक गन्ना मूल्य भुगतान के लिए मिलों का चक्कर लगाता है। सरकार चीनी मिलों पर गन्ना मूल्य भुगतान के लिए सख्ती नहीं करती। मुरादाबाद के एक किसान ने पश्चिम बेल्ट में गन्ने को मूल्य 500 रुपये प्रति क्विंटल किये जाने की मांग उठाई। इस पर श्रीश्री ने किसानों के हित में केंद्र और राज्य सरकार से बात करने का आश्वासन दिया।

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