बरेली : फतवा माना न अपील, डीजे के साथ जुलूस में शामिल हुईं तमाम अंजुमनें

सादगी से जुलूस निकालने की की अपील के बाद भी शहर से देहात तक नकारा गया फतवा

बरेली : फतवा माना न अपील, डीजे के साथ जुलूस में शामिल हुईं तमाम अंजुमनें

बरेली, अमृत विचार। जुलूस-ए-मोहम्मदी में डीजे न लाने का फतवा, अपील और चेतावनी फिर धरी रह गई। सप्ताह भर पहले से बैठकों में लगातार हिदायतें जारी करने के बावजूद सोमवार को भी काफी संख्या में अंजुमनें जुलूस में डीजे के साथ पहुंचीं।

दरगाह आला हजरत की ओर से फतवा जारी कर जुलूस-ए-मोहम्मदी में डीजे लाने पर पाबंदी लगाई गई थी। दरगाह, अंजुमन खुद्दाम-ए-रसूल और मथुरापुर के मदरसा जमियतुर्रजा में हुई बैठकों में भी जुलूस कमेटियों को डीजे लेकर न आने की हिदायत दी गई थी। यह चेतावनी दी गई थी कि अगर कोई अंजुमन जुलूस में डीजे लेकर पहुंची तो उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई कराई जाएगी। कहा गया था कि जुलूस में शामिल लोग डीजे की धुन पर हुड़दंग करने के साथ हाथों में रुमाल हिलाकर डांस करते हैं जो शरीयत के खिलाफ है। उलमा ने पैगंबर मोहम्मद साहब का जुलूस अदब और नाते मुस्तफा पढ़ते हुए निकालने को कहा था। इसके बावजूद सोमवार को मदरसा जमियतुर्रजा पहुंची ज्यादातर अंजुमनों के जुलूस में भारी क्षमता के डीजे साथ थे। रविवार की रात और सोमवार को शहर से देहात तक कई और जुलूस भी डीजे के साथ निकाले गए।