Kanpur: आईआईटी की तकनीक से बनाया जियो थर्मल प्लांट, विशेषज्ञों ने किया यह दावा...

Kanpur: आईआईटी की तकनीक से बनाया जियो थर्मल प्लांट, विशेषज्ञों ने किया यह दावा...

कानपुर, अमृत विचार। आईआईटी कानपुर के इनक्यूबेशन सेंटर में मौजूद तकनीकी सहयोग से जियो थर्मल प्लांट तैयार किया गया है। खास बात यह कि इस जियो थर्मल प्लांट को तेलंगाना में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में परखा भी जा रहा है। स्टार्टअप के जरिए प्लांट को तैयार करने वाले विशेषज्ञों ने दावा किया कि जिन जगहों पर सोलर पैनल जैसी तकनीक काम नहीं करती वहां पर जियो थर्मल प्लांट बेहतर तरह से परिणाम देता है। 

इस पावर प्लांट को रेनरजाइजर इंडस्ट्री प्राइवेट लिमिटेड के फाउंडर हिमांशु गुप्ता ने तैयार किया है। उन्होंने बताया कि जियोथर्मल प्लांट बिजली बनाने का काम करता है। इसमें खास बात ये है कि इसमें कोयला तेल जैसी चीजों का प्रयोग नहीं किया जाता है। इस प्लांट को उन जगहों पर लगाया जाता है, जहां पर धरती से ही गर्म पानी निकल रहा हो। 

फाउंडर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि पानी से निकलने वाली हीट एनर्जी को हिस्टएक्सचेंजर के माध्यम से उसकी हीट को एकत्र किया जाता है। इसके उस हीट से रेफ्रिजरेंट फ्लूड (लिक्विड पदार्थ) के साथ हीट करते हैं। इसके बाद उसे गैस में बदल लेते हैं फिर वह गैस टरबाइन में जाकर एक अल्टरनेटर से कनेक्ट हो जाती है, जैसे-जैसे टरबाइन घूमती है, वैसे-वैसे अल्टरनेटर भी घूमता है और इस प्रक्रिया से बिजली का निर्माण होता है।

आईआईटी की टेक्नोलॉजी का प्रयोग 

यह स्टार्टअप एक प्राइवेट कंपनी का है, लेकिन इसमें आईआईटी कानपुर इनक्यूबेशन सेंटर की तकनीकी बहुत काम आई है। हिमांशु गुप्ता ने बताया कि इस टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके इस प्लांट को तैयार किया है। आईआईटी कानपुर ने ही सरकार के साथ जोड़ा भी है। उन्होंने बताया कि 2023 में तेलंगाना की सरकार की मदद से पायलट प्लांट तैयार किया गया जो 20 किलो वाट का बनाया गया है। इसमें सफलता मिलने के बाद अब इसे मेगावाट में बदलने का काम चल रहा है।

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