Good News: स्ट्रोक के मरीजों की बचेगी जान, जल्दी मिलेगा आराम...दीपावाली से पहले हैलट अस्पताल में शुरू होगी थ्रोम्बोसिस यूनिट
4 घंटे में आने वाले स्ट्रोक और शॉक के 95 फीसदी मरीज पूरी तरह होंगे ठीक
कानपुर, अमृत विचार। हैलट अस्पताल में स्ट्रोक व शॉक के मरीजों की जान बचाना अब आसान होगा। इसके लिए यहां थ्रोम्बोसिस यूनिट का निर्माण चल रहा है, जिसका दीपावली से पहले संचालन शुरू होने की संभावना है।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल की इमरजेंसी में अक्सर गंभीर मरीज बीमारी या हादसे की वजह से शॉक में चले जाते हैं। इसके अलावा बड़ी संख्या में स्ट्रोक के मरीज भी आते हैं। ऐसे मरीजों के लिए ही थ्रोम्बोसिस यूनिट बनाई जा रही है। इस यूनिट में 4 घंटे के भीतर आने वाले स्ट्रोक या शॉक के मरीजों के पूरी तरह ठीक होने की संभावना 95 फीसदी तक रहती है।
6 बेड, 2 वेंटीलेटर और हर समय 2 डॉक्टर रहेंगे तैनात
यूनिट में मरीजों के लिए 6 बेड होंगे और 2 डॉक्टर 24 घंटे तैनात रहेंगे। यूनिट में 2 वेंटीलेटर, ईसीजी व अन्य मशीनें रहेंगी। हैलट के प्रमुख अधीक्षक डॉ. आरके सिंह ने बताया कि यहां थ्रोम्बोलिसिस थेरेपी, इंजेक्शन व दवा देने के साथ मरीजों की मॉनिटरिंग भी की जाएगी।
स्ट्रोक के मरीजों के लिए संजीवनी बनेगी यह यूनिट
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो.संजय काला ने बताया कि सर्दी हो या गर्मी दोनों मौसम में स्ट्रोक की संभावना रहती है। ऐसे मरीजों के लिए थ्रोम्बोलिसिस यूनिट जरूरी है। अगले महीने के अंत तक यूनिट शुरू कर दी जाएगी।
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