रुद्रपुर: एनएच-एसएलओ खाते में लौटे गबन के 12.62 करोड़ रुपये
रुद्रपुर, अमृत विचार। 13.51करोड़ की गबन मुआवजा राशि को आखिरकार पुलिस की तफ्तीश टीम ने वापस एसएलओ और एनएच काला के संयुक्त खाते में वापस लौटा दी है। जांच टीम ने पहले पुख्ता सबूत एकत्रित किए और बैंक से सामंजस्य बनाया। अब पुलिस का लक्ष्य फरार चल रहे पांच संदिग्धों की गिरफ्तारी का है। जिसकी तलाश के लिए पुलिस लगातार संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है और दो आरोपियों के एनबीडब्लू जारी करने का आवेदन भी अदालत में पेश कर दिया है।
बताते चलें कि दो सितंबर को मासिक समीक्षा बैठक में एसएलओ कौस्तुभ मिश्रा ने एसएलओ और एनएच-74 काला के संयुक्त खाते से फर्जी हस्ताक्षर व चेक के माध्यम से 13.51 करोड़ की मुआवजा राशि निकालकर गबन होने का मामला पकड़ा था। पुलिस ने एसएलओ की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर खाता बैंक शाखा के प्रबंधक देवेंद्र सिंह और सहायक प्रबंधक प्रियम सिंह का अहम किरदार निभाने में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। प्रारंभिक तफ्तीश में इस बात की पुष्टि हो चुकी थी कि पांच चिह्नित संदिग्ध व्यक्तियों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर 28 अगस्त से 31 अगस्त के बीच में करोड़ों की धनराशि का गबन किया है।
जांच को बढ़ाने के साथ ही पुलिस ने साढ़े सात करोड़ रुपये फ्रिज कर दिए थे, लेकिन अब तफ्तीश टीम ने पुख्ता सबूत जब बैंक मैनेजमेंट के सामने पेश किए तो बैंक ने आपसी सामंजस्य बनाते हुए कई बैंक खातों में स्थानांतरित हुई 13.51 करोड़ की धनराशि में से 12 करोड़ 62 लाख 68 हजार 800 रुपये की धनराशि को पुन:एसएलओ और एनएच के संयुक्त खाते में वापस कर दी है।
उधर, एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि पुलिस की जांच टीम को यह सफलता है कि पुख्ता सबूत और बैंक से आपसी सामंजस्य स्थापित कर करोड़ों की धनराशि को वापस खाते में स्थानांतरित कर दिया है। अब पुलिस टीम का लक्ष्य है कि फरार चिह्नित पांच संदिग्धों की जल्द गिरफ्तारी की जाए। ताकि गबन प्रकरण में पर्दे के पीछे आरोपियों को भी चिन्हित कर कार्रवाई की जा सके। इसके अलावा फरार दो आरोपियों के खिलाफ एनबीडब्ल्यू पाने के लिए पुलिस ने अदालत में आवेदन कर दिया है।