खेल मैदान बनने से युवाओं को मिलेगा बल : सप्तऋषि आश्रम के परिसर में संस्थान का प्रयास रहा सफल

खेल मैदान बनने से युवाओं को मिलेगा बल : सप्तऋषि आश्रम के परिसर में संस्थान का प्रयास रहा सफल

बाराबंकी, अमृत विचार। सप्तऋषि उदासीन आश्रम के परिसर में एक अनूठा प्रोजेक्ट बच्चों के लिए चला रहा है। पिछले दो वर्षो से सतत प्रयास कर संस्थान की टीम ने भारत सरकार के उपक्रम एचएएल लखनऊ कार्यालय में कार्य योजनाओं का प्रस्तुती करण किया। जिसके आधार पर एचएएल द्वारा सतरिख में खेल मैदान बनाने की मंजूरी दी गई है।

एचएएल ने स्टेट ऑफ द आर्ट मिनी का निर्माण कार्य प्रारम्भ किया। तारा श्री फाउण्डेशन तथा एचएएल की सीएसआर टीम ने कार्यरत क्षेत्र का संयुक्त भ्रमण किया, एचएएल के महाप्रबंधक चंदेल ने बताया कि संस्थान के विज़न, विश्वसनीयता व अन्य प्रोजेक्टस के मद्देनज़र ही इस खेल मैदान को सतरिख में बनाने का निर्णय लिया गया। इससे सतरिख व उसके आस पास के क्षेत्र के युवाओं को खेल कूद के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा तथा क्षेत्र में खेल कूद को प्रोत्साहन मिलेगा। जिससे क्षेत्र कें विकास का गति मिलेगी। जो तारा श्री का प्रमुख उद्देश्य है। इसके साथ ही एचएएल की टीम ने सतरिख उदासीन आश्रम परिसर में ताराश्री फाउण्डेशन द्वारा पोर्टेबल केबिन में संचालित पुस्तकालय व लर्निंग सेंटर का भ्रमण किया।

टीम ने पुस्तकों के रख रखाव व साज सज्जा की प्रशंसा की। आपको बता दें कि ताराश्री फाउंडेशन का फेलोशिप प्रोजेक्ट ज़िले में छात्राओं को लाभान्वित कर रहा है। वहीं अमृत सरोवर के चयन व सप्तऋषि आश्रम के जीर्णोद्धार के लिए दिल्ली की इंटाक संस्था की भी विजिट कराने में भी संस्थान सफल रहा है। इस दौरान ताराश्री फाउण्डेशन की संस्थापक विभा, सह संस्थापक राजीव गुप्ता ,एचएएल के सीएसआर अधिकारी रितेश कुमार, विट्ठल व  युवा कल्याण अधिकारी समृद्धि, ग्राम सचिव कंचन मिश्रा और ग्राम प्रधान के प्रतिनिधि राहुल यादव भी उपस्थित थे।

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