पिछले एक दशक में जमीनी स्तर के अनगिनत नायकों को ‘पीपुल्स पद्म’ से सम्मानित किया गया: पीएम मोदी

पिछले एक दशक में जमीनी स्तर के अनगिनत नायकों को ‘पीपुल्स पद्म’ से सम्मानित किया गया: पीएम मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि पिछले एक दशक में जमीनी स्तर के अनगिनत नायकों को ‘पीपुल्स पद्म’ (लोगों के पद्म) से सम्मानित किया गया है और उन्होंने अधिक लोगों से पुरस्कारों के लिए प्रेरक हस्तियों को नामित करने का आग्रह किया। मोदी ने कहा कि पुरस्कार विजेताओं की जीवन यात्रा ने अनगिनत लोगों को प्रेरित किया है। 

उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पिछले एक दशक में, हमने पीपुल्स पद्म के साथ अनगिनत जमीनी स्तर के नायकों को सम्मानित किया है। पुरस्कार विजेताओं की जीवन यात्रा ने अनगिनत लोगों को प्रेरित किया है। उनके शानदार काम में उनका धैर्य और दृढ़ता स्पष्ट रूप से दिखाई देती है।’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘प्रणाली को अधिक पारदर्शी और सहभागी बनाने की भावना में, हमारी सरकार लोगों को विभिन्न पद्म पुरस्कारों के लिए दूसरों को नामित करने के लिए आमंत्रित कर रही है।’’ मोदी ने कहा कि उन्हें खुशी है कि कई नामांकन आए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि इस महीने की 15 तारीख है। मैं अधिक लोगों से पद्म पुरस्कारों के लिए प्रेरक हस्तियों को नामित करने का आग्रह करता हूं।’’ 

प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही संबंधित ऑनलाइन पोर्टल का लिंक भी साझा किया। पद्म पुरस्‍कार, अर्थात पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री देश के सर्वोच्‍च नागरिक सम्‍मानों में शामिल हैं। वर्ष 1954 में स्‍थापित इन पुरस्‍कारों की घोषणा प्रतिवर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाती है। इन पुरस्‍कारों के अंतर्गत ‘उत्‍कृष्‍ट कार्य’ के लिए सम्‍मानित किया जाता है। 

पद्म पुरस्‍कार कला, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा, विज्ञान एवं इंजीनियरी, लोक कार्य, सिविल सेवा, व्यापार एवं उद्योग आदि जैसे सभी क्षेत्रों/विषयों में विशिष्‍ट और असाधारण उपलब्धियों/सेवा के लिए प्रदान किए जाते हैं। जाति, व्यवसाय, पद या लिंग के भेदभाव के बिना सभी व्यक्ति इन पुरस्कारों के लिए पात्र हैं। चिकित्‍सकों और वैज्ञानिकों को छोड़कर अन्‍य सरकारी सेवक, जिनमें सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में काम करने वाले सरकारी सेवक भी शामिल है, पद्म पुरस्‍कारों के पात्र नहीं हैं।  

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