ओ गंगा मैया अब ना छीनो मड़ैया...नदी की कटान से परेशान ग्रामीणों ने की गंगा माता की पूजा 

ओ गंगा मैया अब ना छीनो मड़ैया...नदी की कटान से परेशान ग्रामीणों ने की गंगा माता की पूजा 

बिछिया, बहराइच, अमृत विचार। मोतीपुर तहसील क्षेत्र के जंगल से सटे गांव में घाघरा नदी कटान कर रही है। काटन ना रूकता देख गांव के लोगों ने चंदा एकत्रित कर गंगा मैया की पूजा की। साथ ही उन्हीं से विनती करते हुए कटान रोकने की मांग की। 

घाघरा की कटान से गांव बचाने के लिए चंदा जुटाते खुद जुट गए हैं। इसको लेकर ग्रामीण पूजा आरती कर गंगा मैया की पूजा कर रहे हैं। किसान ओ घाघरा मैया अब तो ना छीनो मड़ैया की अरदास करते हुए कटान रोकने के लिए पूजा -पाठ का सहारा ले रहे हैं। मालूम हो कि चौधरी चरण सिंह गिरजा बैराज से छोड़े जा रहे पानी और घाघरा नदी उठ रहे तूफान से किनारे पर बसे गांवों के लोगों की धड़कनें बढ़ गई है। चौधरी चरण सिंह घाघरा बैराज से बहने वाली घाघरा नदी पिछले 4 वर्षों से लगातार कटान कर रही है इस समय भी नदी कटान कर रही है।

ग्रामीणों ने कई बार सिंचाई विभाग से बांध और ठोकर के निर्माण की मांग की जनवरी माह  से मौरहव गांव में ठोकर का निर्माण कार्य 1800 मीटर तक चालू हुआ, लेकिन जून माह से आ रहे लगातार बाढ़ के चलते ठोकर को भी भारी नुकसान पहुंचा है। जिसमें कई जिओ बैग भी घाघरा नदी के तेज बहाव से बह गए। मौरहवा गांव से कुछ दूरी पर स्थित दूधनाथ पुरवा ,तुलसी पुरवा ,गुप्ता पुरवा, कालिका पुरवा,नई बस्ती ,प्रेम नगर सहित कई गांवों को अपने में समाहित कर चुकी है। ग्रामीणों के मुताबिक उन्होंने कई बार जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से गुप्ता पुरवा गांव के निकट ठोकर और बांध के निर्माण की मांग की है, लेकिन अभी तक निर्माण नहीं हो पाया है। ऐसे में ग्रामीण घाघरा मैया को मनाने के लिए पूजा पाठ का सहारा लिया है। इस दौरान गंगा दास बाबा ,सुब्ब्रती ,बब्बन दास,राजेश ,मीरा ,गुलैती देवी ,आशा ,रीता ,सुनीता ,हीरा माझी ,रूपलाल ,शंभू ,गोविंद के साथ काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।

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