Kanpur: हैलट में बनेगा बाल रोग सर्जरी का नया विभाग; जन्मजात गंभीर बीमारियों से ग्रस्त बच्चों को मिलेगी राहत
कानपुर, अमृत विचार। जन्मजात गंभीर बीमारियों से ग्रस्त बच्चों के अभिभावकों के लिए राहत भरी खबर है। ऐसे बच्चों को बार-बार लखनऊ या दिल्ली ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से संबद्ध हैलट अस्पताल में जटिल सर्जरी हो जाएगी। इसके लिए बच्चों की सर्जरी का नया विभाग खुलेगा।
हैलट अस्पताल में बाल रोग विभाग की ओपीडी में प्रतिदिन 100 से अधिक बच्चे इलाज के लिए आते हैं। बाल रोग चिकित्सालय में रोज 15 से 20 बच्चे भर्ती किए जाते हैं। इनके अलावा यहां जन्मजात बीमारी से ग्रस्त बच्चों को लेकर अभिभावक इलाज के लिए आते हैं।
ऐसे बच्चों को कई बार लखनऊ, दिल्ली ले जाने की सलाह दी जाती है। लेकिन हैलट अस्पताल में बाल रोग सर्जरी विभाग की स्थापना से यह मुश्किल आसान हो जाएगी। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. संजय काला ने बताया कि विभाग के लिए शासन से मंजूरी मिल चुकी है। विभाग खोलने की तैयारी शुरू कर दी है।
30 बेड, आधुनिक ऑपरेशन थिएटर के साथ होगा आईसीयू
बाल रोग सर्जरी विभाग में 30 बेड, डेडिकेटेड मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर के साथ 1 आईसीयू होगा। एनआईसीयू में ऑपरेशन वाले बच्चों के लिए बेड रिजर्व रहेंगे। फिलहाल इमरजेंसी में बाल रोग सर्जरी के 3 बेड रिजर्व किए गए हैं। जरूरत पड़ने पर इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी।
डीएनबी के बाद बढ़ेंगी एमसीएच की सीटें
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज प्रशासन के मुताबिक डिप्लोमेट नेशनल बोर्ड (डीएनबी) 3 वर्षीय स्नातकोत्तर की 2 सीटों का सर्वे हो गया है। दोनों सीटें बाल रोग विभाग में सुपर स्पेशिएलिटी की हैं। अब एमसीएच की सीटें के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। इससे बाल रोग विभाग में सर्जरी के विशेषज्ञों की संख्या बढ़ जाएगी।