भारत बंद: बरेली, शाहजहांपुर, बदायूं में सड़कों पर उतरकर जताया आक्रोश

आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ किया है भारत बंद का ऐलान

भारत बंद: बरेली, शाहजहांपुर, बदायूं में सड़कों पर उतरकर जताया आक्रोश

बरेली, अमृत विचार। अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के आरक्षण को लेकर बीते दिनों दिए गए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर दलित संगठनों के भारत बंद का असर तो देखने को नहीं मिला लेकिन, सड़कों पर उतरे दलित संगठनों ने पूरी ताक झोंक दी। बरेली, शाहजहांपुर, बदायूं में जोरदार प्रदर्शन किया गया।

बरेली में आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले सैकड़ों की तादाद में लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान जाम की स्थिति भी पैदा हो गई। प्रदर्शन में बसपा के नेता भी शामिल हुए। इसके अलावा भीम आर्मी जैसे संगठनों ने भी एक जुट होकर जोरदार प्रदर्शन किया। चौकी चौराहा पर भी प्रदर्शनकारियों ने बैठकर नारेबाजी की। कलेक्ट्रेट पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा गया। यहां भी प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की। जिसकी वजह से जाम लगने लगा, ट्रैफिक पुलिस ने व्यवस्था संभाली। प्रदर्शन खत्म हुआ तब जाकर जाम से थोड़ी राहत मिली। इधर सुरक्षा के लिहाज से कलेक्ट्रेट समेत शहर के प्रमुख चौराहों पर भारी फोर्स तैनात की गई थी। इससे पहले दामोदर स्वरूप सेठ पार्क में प्रदर्शनकारी जमा हुए।

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बदायूं में प्रदर्शन करते दलित संगठन के लोग


बदायूं में हुई पुलिस से प्रदर्शनकारियों की नोकझोंक
सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लेकर भारत बंद के आह्वान के अंतर्गत विभिन्न संगठनों ने धरना प्रदर्शन किया। जय भीम के नारे लगाते हुए शहर के विभिन्न मार्गों से होकर गुजरे। गुजारिश करके मार्ग की दुकानों को बंद कराया। जुलूस जिला अस्पताल के सामने से होकर जिला महिला अस्पताल, लबेला चौक, रजी चौक, शहबाजपुर चौराहा, टिकट गंज, खैराती चौक, छह सड़का आदि से होकर निकल। संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि फैसले के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा है जो जारी रहेगा। इस दौरान लोगों में खासी नाराजगी दिखाई दी। डॉ भीमराव अंबेडकर पार्क के सामने जाम लगाकर राहगीरों का रास्ता बंद कर दिया। लोगों की नोक झोंक हुई। पुलिस के कहने के बाद भी लोग सड़क से नहीं हटे थे।

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शाहजहांपुर में प्रदर्शन करते दलित संगठन और तैनात भारी पुलिस फोर्स

शाहजहांपुर में बंद बेअसर पर संगठनों ने दिखाई ताकत
शाहजहांपुर में भारत बंद का आह्वान बेअसर दिखा। लेकिन कई संगठनों ने रैली निकालकर विरोध जताया। प्रशासनिक अधिकारी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देकर संसद में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को निष्प्रभावी करने की मांग उठाई। इस दौरान सपा और बसपा ने भी समर्थन दिया। बुधवार को खिरनीबाग स्थित जीआईसी मैदान में विभिन्न संगठन के कार्यकर्ता एकत्र हुए। यहां से रैली निकाली जो अंटा चौराहा, अंजान चौकी, घंटाघर, बहादुरगंज एवं सदर बाजार होते हुए खिरनीबाग मैदान में वापस आकर समाप्त हुई। लोगों की मांग थी कि एससीएसटी को दिए गए आरक्षण के उपवर्गीकरण संबंधी सुप्रीम कोर्ट के आदेश को संसद द्वारा रद्द किया जाए। आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल किया जाए। इस दौरान जमकर नारेबाजी की गई। रैली में सैकड़ों लोग शामिल हुए। सपा और बसपा के तमाम पदाधिकारी भी पहुंचे और उन्होंने मांगों का समर्थन किया। सपा ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया। वहीं, भारत बंद का आह्वान पूरी तरह से निष्प्रभावी नजर आया। शहर का पूरा मार्केट खुला रहा।