Pakistan : सेना को कमजोर करने का प्रयास देश को कमजोर करने के समान, सेना प्रमुख असीम मुनीर ने दी चेतावनी
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने कहा है कि देश की शक्तिशाली सेना को कमजोर करने का कोई भी प्रयास देश को कमजोर करने के समान है। पाकिस्तान के 78वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर पाकिस्तान सैन्य अकादमी में आजादी परेड को संबोधित करते हुए उन्होंने पाकिस्तान के सरकारी संस्थानों और लोगों के बीच खाई पैदा करने के लिए ‘डिजिटल आतंकवाद’ का इस्तेमाल करने वाली विदेशी ताकतों के प्रयासों के बीच राष्ट्रीय एकता बनाए रखने के महत्व को भी रेखांकित किया।
मुनीर ने कहा कि कोई नकारात्मक शक्ति देश को कमजोर नहीं कर सकती। उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान के सशस्त्र बलों को कमजोर करना देश को ही कमजोर करने के समान है।’’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना में राष्ट्र का अटूट विश्वास सेना की सबसे मूल्यवान संपत्ति है और कोई नकारात्मक शक्ति ना ही विश्वास और प्रेम के इस रिश्ते को कमजोर कर पाई है और न ही भविष्य में ऐसा कर सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘ऐतिहासिक रूप से, एक राष्ट्र के तौर पर हम हर कठिनाई के बाद हमेशा मजबूत बनकर उभरे हैं।’’
सेना प्रमुख ने कहा कि देश और सशस्त्र बलों के बीच आपसी विश्वास ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जनरल मुनीर के बयान ऐसे समय आए हैं जब कुछ दिन पहले ही 71 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने पिछले साल नौ मई के दंगों के लिए माफी मांगने से इनकार कर दिया और कहा कि सेना को उनसे माफी मांगनी चाहिए क्योंकि हिंसा वाले दिन पैरामिलिट्री रेंजर्स ने उन्हें ‘अगवा’ कर लिया था। इस्लामाबाद उच्च न्यायालय परिसर से 9 मई, 2023 को पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ समर्थकों द्वारा देश भर में विरोध प्रदर्शन किया गया और दंगे भड़क उठे। इस दौरान देश भर में नागरिक और सैन्य प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचाया गया।
‘द डॉन’ अखबार की खबर के अनुसार, जनरल मुनीर ने अफगानिस्तान के साथ लगी पश्चिमी सीमा पर हालात, प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) से खतरा और बलूचिस्तान की स्थिति जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी बात की। उन्होंने ‘डिजिटल आतंकवाद’ की लहर के लिए विदेशी ताकतों को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि इसका मकसद सरकारी संस्थानों और पाकिस्तान के लोगों के बीच खाई पैदा करना है। ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ अखबार की खबर के अनुसार, उन्होंने एकता के महत्व पर भी प्रकाश डाला और चेतावनी दी कि कलह और विभाजन राष्ट्र को भीतर से खोखला कर सकते हैं, जिससे बाहरी आक्रमण का मार्ग प्रशस्त हो सकता है।
जनरल मुनीर ने क्षेत्र में चरमपंथ और आतंकवाद के जारी खतरे को भी स्वीकार किया और राष्ट्र की सुरक्षा के लिए बलिदान जारी रखने के सशस्त्र बलों के संकल्प की पुष्टि की। पिछले सप्ताह यहां इस्लामी धर्मगुरुओं के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए जनरल मुनीर ने नकदी संकट से जूझ रहे देश में अराजकता पैदा करने के प्रयासों के खिलाफ चेताया था और कहा था कि सशस्त्र बल ऐसे किसी भी कदम को विफल करेंगे और राष्ट्रीय अखंडता की रक्षा करेंगे। इस बीच, जियो न्यूज ने खबर दी है कि मंगलवार रात स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान कराची के विभिन्न इलाकों में हवाई गोलीबारी में कम से कम 70 लोग घायल हो गए। पिछले साल स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान शहर के विभिन्न इलाकों में हवाई गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई थी और 80 से अधिक घायल हो गए थे।
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